उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 69000 सहायक शिक्षक भर्ती मामले में लगातार कोर्ट में लगातार पीआईएल दाखिल करने पर कहा कि कुछ लोगों ने इसे चंदा वसूली का माध्यम बना लिया है। उन्होंने कहा कि कुछ चंदाखोर पीआईएल दाखिल कर नौकरियों में रोड़ा अटका रहे हैं, हम युवाओं के साथ। यह बातें मुख्यमंत्री ने हिन्दुस्तान द्वारा आयोजित वेबिनार में कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 69000 की भर्ती निकाली तो एनसीईटी ने बीएड को भी मेरिट को बढ़ाना पड़ा। पांच लाख लोगों ने आवेदन किया, हम लोगों ने मेरिट को आगे बढ़ाया। ये राज्य सरकार का दायित्व है कि मेरिट को किस रूप में रखें कि अच्छे लोग ही आएं। हाईकोर्ट की बेंच ने सही माना और सही मानने के बाद यह प्रक्रिया काउंसलिंग आगे बढ़ी तो उसे स्टे किया गया है। डिवीजन बेंच में वहीं रखने जा रहे हैं जो सुप्रीम कोर्ट ने कहा है वैसा ही हुआ है। कुछ लोगों को चंदा वसूली का माध्यम चाहिए। ये लोग चंदा वसूली कर पीआईएल करने का काम करते हैं। राज्य सरकार युवाओं के हित में लड़ाई लड़ेगी। कोई खामी नहीं हैं। जो तथ्य लाए जा रहे हैं, खैर कोर्ट के आगे इसे रखा जाएगा।