भाजपा MLC विजय बहादुर पाठक ने विधान परिषद में चाइनीज मांझे की क्रय और विक्रय पर प्रतिबंध को लेकर उठाया मुद्दा

ब्यूरो,

भाजपा MLC विजय बहादुर पाठक ने विधान परिषद में चाइनीज मांझे की क्रय और विक्रय पर प्रतिबंध को लेकर उठाया मुद्दा

भाजपा MLC विजय बहादुर पाठक ने आज विधान परिषद में महत्वपूर्ण मुद्दा उठाते हुए आज सदन में नियम 110 के अंतर्गत चाइनीज माँझा से संबंधित विषय उठाते हुए चर्चा /वक्तव्य की माँग की जिसे सभापति ने सरकार को कार्यवाही हेतु भी भेज दिया है.

MLC विजय बहादुर पाठक ने कहा –

भारत देश में मकर संक्रांति का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश में पतंग उड़ाने की परंपरा है। प्रतिवर्ष मकर संक्रांति के आस-पास चाइनीज मांझे की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित होने के बाद भी बाजारों में बिकने लगती है। चाइनीज मांझे से बँधी पतंग की डोर लोगों की मौत का कारण बन जाती है। चाइनीज मांझा सामान्य मांझे की तुलना में काफी धारदार होता है और यह मांझा आसानी से टूटता नहीं है। कभी-कभी यह मांझा इंसान और पक्षी की मौत का कारण भी बनता है। चाइनीज मांझे की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध है लेकिन इसकी बिक्री को फैक्ट्री बाजारों में धड़ल्ले से चलती है। चाइनीज मांझे को खरीदने और बेचने वालों पर पांच साल की सजा और एक लाख रूपये तक के जुर्माने का भी प्राविधान है। पशु क्रूरता के तहत पचास हजार तक के जुर्माने और 5 साल की सजा का प्रावधान है। इतना सब होने के बाद भी चाइनीज मांझे की बिक्री और उसका इस्तेमाल निरंतर ही जारी है। शहर-शहर और गाँवो-गाँवो में चाइनीज मांझे की बिक्री बेखौफ़ होती है।चाइनीज मांझा आज इस इंसान से लेकर पशु-पक्षियों की मौत का कारण बना हुआ है। चाइनीज मांझे की बिक्री पूरे प्रदेश में प्रतिबंधित होने के बावजूद धड़ल्ले से होती है। चाइनीज मांझे को “किलर मांझा” भी कहा जाता है। क्योंकि यह अगर किसी की गर्दन में उलझ गया तो फिर वह गर्दन को काट ही देता हैं। बाइक या साइकिल सवार हो या पैदल चलने वाला चाइनीज मांझा सभी के लिए मुसीबत का प्राय बना हुआ है। जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस प्रशासन चाइनीज मांझा बेचने वालों के यहां पर झापेमारी तो करती है। इसके बाद भी चोरी छुपे चाइनीज मांझे की बिक्री होती रहती है। चाइनीज मांझा जिसका वर्तमान में व्यापक रूप से पतंग उड़ाने में प्रयोग किया जा रहा है न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है बल्कि मानव जीवन और पशु-पक्षियों के लिए भी घातक हो गया है।
अतः लोक महत्व के इस विषय पर की चाइनीज मांझे की क्रय और विक्रय पर पूरी तरह से कैसे प्रतिबंधित किया जाए पर चर्चा/वक्तव्य की मांग करता हूं।

टिप्पणी:- चाइनीज मांझा की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंधित है कि बिक्री से इंसान और पशु-पक्षी के लिए मुसीबत का कारण है।

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