IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
Alok Vajpeyee (Astrologer),
नमस्ते वासुदेवाय विष्णवे विश्वयोनये ।
नारायणाय देवाय देवानां हितकारिणे ।। ६.१३
अर्थात-: वासुदेव, विष्णु, विश्वयोनि, नारायण, देवों के हितकारी देवरूप के लिए नमस्कार है।
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
सब सुखी व स्वस्थ रहें
विक्रम संवत 2081
संवत्सर नाम -: कालयुक्त
संवत्सर राजा-: मंगल
संवत्सर मंत्री-: शनि
सूर्य उत्तरायण, ऋतु-: वसंत
सूर्य उदय : प्रातः 6/39
सूर्य अस्त : सायं 6/23
फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि प्रात: 10/36 तक
अंग्रेजी दिनांक-: 13/3/2025
दिन-: गुरुवार
चंद्रमा-: सिंह राशि में पूरा दिन
राशि स्वामी-: सूर्य
आज का नक्षत्र-: पूर्वा फाल्गुनी
नक्षत्र स्वामी – : शुक्र
️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
प्रात: 8/43 से पूर्वा फाल्गुनी चरण 2 में
दोपहर 3/11 से पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 3 में
रात्रि 9/39 से पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 4 में
आज का विशेष पर्व एवं धार्मिक महत्त्व:
भद्रा प्रात: 10/36 से रात्रि 11/31 तक ( पुराणों के अनुसार भद्रा भगवान सूर्यदेव की पुत्री और राजा शनि की बहन है। शनि की तरह ही इसका स्वभाव भी कड़क बताया गया है। उनके स्वभाव को नियंत्रित करने के लिए ही भगवान ब्रह्मा ने उन्हें कालगणना या पंचांग के एक प्रमुख अंग विष्टि करण में स्थान दिया। भद्रा की स्थिति में कुछ शुभ कार्यों, यात्रा और उत्पादन आदि कार्यों को निषेध माना गया किंतु भद्रा काल में तंत्र कार्य, अदालती और राजनीतिक चुनाव कार्य सुफल देने वाले माने गए हैं।),
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होलिका दहन समय भद्रा समाप्ति के बाद और रात्रि12/37 के बीच,
श्री सत्य नारायण व्रत
ज्योतिषीय सलाह:
योग -: धृति प्रात: 10/36 तक( ज्योतिष में एक विशेष योग है, जो धैर्य, दृढ़ता और स्थिरता से जुड़ा माना जाता है. इस योग में किए गए कार्य बिना किसी बाधा के पूरे होते हैं और शुभ फल देते हैं)
प्रात: 10/36 के बाद शूल ( शूल एक प्रकार का अस्त्र है और इसके चूभने से बहुत बहुत भारी पीड़ा होती है। जैसे नुकीला कांटा चूभ जाए। इस योग में किए गए कार्य से हर जगह दुख ही दुख मिलते हैं। वैसे तो इस योग में कोई काम कभी पूरा होता ही नहीं परंतु यदि अनेक कष्ट सहने पर पूरा हो भी जाए तो शूल की तरह हृदय में एक चुभन सी पैदा करता रहता है।)
शुभ दिशा-: पूर्व,उत्तर, उत्तर-पूर्व
दिशा शूल -: दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर दही खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
सूर्य -: कुंभ राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
मंगल -: मिथुन राशि पुनर्वसु नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
बुद्ध -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
गुरु -: वृष राशि रोहिणी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी चंद्र)
शुक्र (वक्री) -: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
शनि (अस्त) -: कुंभ राशि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
राहु-: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
केतु-: कन्या राशि उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
राहु काल -: दोपहर 2/00 से 3/30 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
प्रात: 6/41 तक कुम्भ
8/05 तक मीन
9/41 तक मेष
11/36 तक वृष
दोपहर 1/50 तक मिथुन
सायं 4/11 तक कर्क
6/29 तक सिंह
रात्रि 8/44 तक कन्या
11/03 तक तुला
1/22 तक वृश्चिक
सूर्योदय पूर्व 3/26 तक धनु
5/09 तक मकर
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जय जय श्री राधे