44 सीएसआर पुरस्कार विजेता सम्मानित

ब्यूरो,

44 सीएसआर पुरस्कार विजेता सम्मानित

मुंबई,5 फरवरी 2025। बजाज ग्रुप के ट्रस्टी और बजाज फाउंडेशन के चेयरमैन श्री शिशिर बजाज ने नवभारत सीएसआर समिट और अवार्ड्स 2025 में विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया, जहाँ महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री सी.पी. राधाकृष्णन के साथ उन्होंने 44 सीएसआर पुरस्कार विजेताओं को उनके विकसित भारत की दिशा में किए गए योगदान के लिए सम्मानित किया।
अपने भाषण में, श्री बजाज ने पिछले 15 वर्षों में वर्धा, सीकर और ललितपुर में बजाज फाउंडेशन द्वारा किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार और ग्रामीण समुदायों के साथ मिलकर किसान आत्महत्या जैसे गंभीर मुद्दों के समाधान के लिए जल संरक्षण और अन्य विकास कार्यों पर जोर दिया।
पिछले 15 वर्षों में बजाज फाउंडेशन द्वारा किए गए प्रमुख कार्य:
• वर्धा, सीकर और ललितपुर के 1,750 से अधिक गाँवों में 5 लाख से अधिक परिवारों को लाभान्वित किया गया है और 22 लाख से अधिक लोगों के जीवन को बेहतर बनाया गया है।
• 250 नदियों को पुनर्जीवित किया गया है, 130 चेक डैम बनाए गए हैं, और 8,000 फार्म तालाब विकसित किए गए हैं, जिससे 3.5 लाख एकड़ कृषि भूमि की सिंचाई हो रही है और 1 लाख से अधिक परिवारों को लाभ हुआ है।
• 1.25 लाख किसानों को सुभाष पालेकर कृषि (प्राकृतिक खेती) के लिए प्रशिक्षित किया गया है, जिससे 1.6 लाख एकड़ भूमि रसायन मुक्त हो गई है जिस वजह से किसान अपनी दैनिक जरूरतें खेत से पूरी कर रहे हैं।
• 4,500 से अधिक स्वयं सहायता समूह (SHGs) बनाए गए हैं, जिससे 56,000 से अधिक परिवारों की आजीविका में सुधार हुआ है और जिसमे महिलाओं एवं युवाओं को ग्रामीण उद्यमों के माध्यम से आय बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया है।
• 6,000 से अधिक बायोगैस प्लांट स्थापित किए गए हैं और 4,000 से अधिक सोलर यूनिट लगाये गए हैं।
• डिज़ाइन फॉर चेंज कार्यक्रम के तहत, करीब 500 स्कूलों में 700 से अधिक प्रोजेक्ट्स के साथ युवा पीढ़ी में अपनी समस्या का समाधान खोजने की सोच को बढ़ावा दिया जा रहा है।
श्री बजाज ने अपने संबोधन के अंत में भारत के प्राकृतिक और मानव संसाधनों की अपार क्षमता की बात की। उन्होंने सहयोग और साझेदारी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि हम सभी मिलकर भारत को और अधिक मजबूत और स्वर्णिम बना सकते हैं, जैसा कि हमारे सम्माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा विकसित भारत की जो परिकल्पना की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *