IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII

IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII

Alok Vajpeyee (Astrologer),

🕉 यामिषुं गिरिशंत हस्ते बिभर्ष्यस्तवे । शिवां गिरित्र तां कुरु मा हिगुंसी: पुरुषञ्जगत्। ।5 ।।

हे कैलाश पर्वत के किले में रहने वाले तथा शत्रु को रुलाने वाले, जो आपका शान्त मंगलभूत पापों को दूर करने वाला सौम्य शरीर है उस शरीर से हम सब का अवलोकन👁👁 करो

IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII

🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण 🙏🙏
🙏🙏 सब सुखी व स्वस्थ रहें 🌱🌹
विक्रम संवत 2081
संवत्सर नाम -: कालयुक्त
संवत्सर राजा-: मंगल
संवत्सर मंत्री-: शनि
🌕सूर्य दक्षिणायन, ऋतु-: शिशिर
सूर्य उदय : प्रातः 7/14
सूर्य अस्त : सायं 5/25
📺 पौष मास कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि दोपहर 2/32 बजे तक
अंग्रेजी दिनांक-: 23/12/2024

दिन-: सोमवार

🌕 चंद्रमा-: कन्या राशि में

🥳राशि स्वामी-: बुद्ध

🌱 आज का नक्षत्र-: उत्तरा फाल्गुनी प्रात: 9/09 तक उसके बाद हस्त
💓 नक्षत्र स्वामी – : सूर्य/चंद्र

✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:

प्रात: 9/09 से हस्त नक्षत्र चरण 1 में
दोपहर 3/56 से हस्त नक्षत्र चरण 2 में
रात्रि 10/43 से हस्त नक्षत्र चरण 3 में

🔥 योग -: सौभाग्य सायं 7/53 बजे तक उसके बाद शोभन

🪴 रुक्मिणी अष्टमी (रुक्मिणी अष्टमी के दिन लक्ष्मी जी, श्री कृष्ण तथा रुक्मिणी का पूजन करना चाहिए। इस दिन ‘कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरी। नन्दगोपसुतं देवि पतिं मे कुरू ते नम:’ के मंत्र का अधिक से अधिक जाप करना चाहिए क्योंकि द्वापर युग में गोपियों ने भी इसी मंत्र का जाप किया था।) ,

अष्टका श्राद्ध (नित्य श्राद्ध वे हैं जो अघ्र्य तथा आवाहन के बिना ही किसी निश्चित अवसर पर किये जाते हैं. जैसे अमावस्या के दिन या फिर अष्टका के दिन का श्राद्ध)

♻️ शुभ दिशा-: पश्चिम,दक्षिण, उत्तर-पश्चिम
♻️ दिशा शूल -: पूर्व दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर दर्पण देखकर या दूध पीकर प्रस्थान करें

आज की ग्रह स्थिति -:
🌷सूर्य -: धनु राशि मूल नक्षत्र चरण 3 में नक्षत्र स्वामी केतु)
🛑मंगल (वक्री) -: कर्क राशि पुष्य नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी शनि) रात्रि 2/59 से चरण 2 में
🌱 बुद्ध -: अनुराधा नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🌕गुरु वक्री -: वृष राशि रोहिणी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी चंद्र) दोपहर 3/38 से चरण 3 में
💃 शुक्र -: मकर राशि धनिष्ठा नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी मंगल)
🌊 शनि -: कुंभ राशि शतभिषा नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी राहु)
🎥 राहु-: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🛐केतु-: कन्या राशि उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)

🤬राहु काल -: प्रात: 8/28 से 9/45 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें

दैनिक लग्न सारणी -:

प्रात: 6/41 तक वृश्चिक
8/45 तक धनु
10/29 तक मकर
11/57 तक कुम्भ
दोपहर 1/24 तक मीन
2/56 तक मेष
सायं 4/51 तक वृष
7/06 तक मिथुन
रात्रि 8/26 तक कर्क
11/45 तक सिंह
2/01 तक कन्या
प्रात: 4/18 तक तुला

🌷🌹🌹🌹🌹🌹
🙌🙌🙌 जय जय श्री राधे 🙌🙌🙌🙌

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