ताजनगरी में शुक्रवार शाम तबाही का तूफान आया। करीब 124 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आए तूफान के साथ बारिश और ओले भी गिरे। आपदाजनित हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई। सैकड़ों पेड़, बिजली के पोल, होर्डिंग्स जमीन पर आ गिरे। कई कारें भी पूरी तरह नष्ट हो गईं। आगरा के अलावा ब्रज के सभी जिलों की बिजली गुल हो गई। आगरा-कोटा रेल लाइन के पथौली फाटक पर पेड़ गिरने से स्पेशल ट्रेन खड़ी रही।
शुक्रवार को अंधड़, बारिश और ओलावृष्टि ने ब्रज में तबाही मचा दी। शाम करीब सात बजे मौसम का मिजाज अचानक बिगड़ गया। 124 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आए तूफान के बाद ओलों की तेज बारिश हुई। इस दौरान कई मकान ढह गए। अलग-अलग हादसों में एक बच्ची सहित तीन लोगों की मौत हो गई। 25 से अधिक लोग घायल हो गए। हजारों पेड़ धराशायी हुए हैं। तमाम जगहों पर बिजली के खंभे गिरने और तार टूटने आपूर्ति बंद कर दी गई। करीब 35 मिनट तक तूफान ने जमकर तबाही मचाई। इस दौरान एक दर्जन मकानों की छतें और दीवारें भी धराशायी हो गईं। हादसों में आधा दर्जन लोग दब भी गए, जिनको निकाला जा रहा था।
आगरा-जयपुर, आगरा-दिल्ली और अलीगढ़ मार्ग पर पेड़ गिरने से रास्ता बंद होने की जानकारी मिली है। तूफान ने तमाम जगहों पर पेड़ों और बिजली के खंभों को तहस नहस कर डाला था। दो दर्जन से अधिक स्थानों पर पेड़ों के नीचे गाड़ियां दबकर क्षतिग्रस्त होने की भी जानकारी मिली है। इधर, बालाजीपुरम में मोबाइल टॉवर गिर पड़ा। आगरा के पथौली पर रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिरने से श्रमिक स्पेशल ट्रेन खड़ी रही। उधर, फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर आगरा-जयपुर हाइवे पर तूफान में फंस गए। उनकी कार के आगे पड़े गिर गया। वह काफी देर मार्ग पर ही फंसे रहे। सांसद के मुताबिक, हाईवे पर सैकड़ों पेड़ गिरे हैं। वक्त से पहले हुई बरसात ने नगर निगम की नाला सफाई की पोल खोल दी। कई जगह बरसात के बाद पानी भरने की सूचना भी पुलिस को मिली। बिजलीघर पर शिवाजी मार्केट में पानी भर गया था। वहीं रोशन मोहल्ला में भी बरसात के काफी देर बाद पानी उतरना शुरू हुआ। आंधी के साथ हुई तेज बारिश ने लोगों को डरा दिया। तेज बिजली कड़क रही थी। गनीमत यह रही कि तूफान के समय बड़ी संख्या में लोग अपने घरों पर ही थी। लॉकडाउन के कारण बाजार भी बंद था। इस कारण पेड़ और होर्डिंग गिरने पर ज्यादा लोग जख्मी नहीं हुए।