डेंगू वायरस का सात दिन तक रहता है अधिक असर — डाक्टर मुकेश शुक्ल बाल रोग विशेषज्ञ

आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,

डेंगू वायरस का सात दिन तक रहता है अधिक असर — डाक्टर मुकेश शुक्ल बाल रोग विशेषज्ञ

जौनपुर: डेंगू को लेकर कत्तई घबराना नहीं चाहिए। समय से उपचार किया जाए तो यह बीमारी सामान्य बुखार की तरह ठीक हो जाती है। डेंगू वायरस का असर सात दिन तक अधिक रहता है। इस अवधि में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। पीड़ित को पहले तीन दिन तक तेज बुखार होता है। इस अवधि में डेंगू के मरीज को ज्यादा खतरा रहता है। डेंगू वायरस का असर चौथे दिन से धीरे-धीरे कम होने लगता है।
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दर्द की दवा है खतरनाक
डेंगू पीड़ित के शरीर में तेज दर्द के साथ शरीर में अकड़न भी होती है। डेंगू के बुखार में दर्द की दवा बिल्कुल नहीं खानी चाहिए। दर्द की दवा खाने से प्लेटलेट्स तेजी से कम होने का खतरा बढ़ जाता है। मरीज को केवल पैरासिटामॉल का सेवन करना चाहिए।
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प्लेटलेट्स कम होने के कारण
कई बार प्लेटलेट्स कुछ अन्य कारणों से भी कम हो सकते हैं। ऐसा नहीं है कि प्लेटलेट्स कम हो रहे हैं तो डेंगू बुखार ही है। कभी-कभी लगातार फीवर की वजह से भी ऐसा होता है। अगर आपको लगता है कि आपको डेंगू वायरस का संक्रमण है तो सबसे पहले उसकी जांच कराएं. तब तक आप पैरासिटामॉल का सेवन ही करें।
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डेंगू बुखार के सामान्य लक्षण
– डेंगू वायरस का शरीर में संक्रमण होता है तो तेज ठंड के साथ बुखार आता है।
-तेज बुखार के साथ सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द भी हो सकता है।
– डेंगू के मरीज को उसकी आंख के पिछले हिस्से में भी दर्द होता है। अक्सर डेंगू के मरीज को कमजोरी होती है।
– डेंगू फीवर होता है उसे भूख बहुत कम लगती है। उल्टी होना, जी मिचलाना भी डेंगू के लक्षण हैं।

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