ब्यूरो
LDB की स्पेशल ऑडिट में धांधली का खुलासा !
पर कार्रवाई सीफर !
■ Lucknow…
उप्र सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड (LDB) में PF की रकम के निवेश के नाम पर कमिशनबाजी का खेल उजागर हुआ. ऑडिट और सीए के स्पेशल आडिट में PF की रकम में हेराफेरी, की पुष्टि हुई. इसके बावजूद बैंक प्रबंधन दोषियों पर ऐक्शन की जगह मामले को दबाए बैठा है. स्थिति यह है कि बैंक के एमडी मामले की पूरी जानकारी तक से इनकार कर रहे हैं.
LDB में बैंक कर्मचारियों के PF का रखरखाव अगस्त 2020 से पहले बैंक कर्मचारी भविष्य निधि ट्रस्ट के जरिए होता था. वर्ष 2012-13 की ट्रस्ट की ऑडिट रिपोर्ट में 18.91 करोड़ रुपये का अंतर सामने आया था. इस पर बैंक कर्मचारी संयुक्त परिषद ने सीए से स्पेशल ऑडिट करवाने की मांग की थी. इस ऑडिट में भी कमिशनबाजी का खुलासा हुआ. यह भी खुलासा हुआ कि उस समय सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को पीएफ के भुगतान में तय ब्याज की रकम ज्यादा दी गयी. रिपोर्ट में इस धांधली के लिए ट्रस्ट के तत्कालीन पदाधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया गया.
एमडी बोले, पूरी जानकारी नहीं
स्पेशल आडिट की रिपोर्ट करीब साल भर तक ठंडे बस्ते में पड़ी रही. उच्चाधिकारियों के दबाव में मार्च 2024 में LDB के एमडी शशि रंजन राव ने ट्रस्ट के तत्कालीन पदाधिकारियो के दायित्व निर्धारण के लिए बैंक के मुख्य लेखाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमिटी बनाई. कमिटी में जिन अधिकारियों को सदस्य बनाया गया, उनके से कई का पिछले दिनों मुख्यालय से तबादला हो गया. उसके बाद से कमिटी ठंडे बस्ते में है. कमिटी का क्या हुआ ? उसने कोई रिपोर्ट दी या नहीं ? इसकी जानकारी बैंक के एमडी को भी नहीं है. पूछने पर एमडी ने सिर्फ इतना कहा कि उन्हें अभी प्रकरण की पूरी जानकारी नहीं है…