अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी का समय आ गया है, लेकिन अगर वहां कुछ गलत होता है तो ऐसा हमला किया जाएगा जो पहले कभी नहीं हुआ था। उन्होंने ने ट्वीट कर कहा,“अफगानिस्तान में पहले हमारी भूमिका लड़ाकू सेना की थी, लेकिन अब यह बदल गई है और हम निगरानी यानी पुलिस की भूमिका में है। हमारे सैनिकों की अब देश को जरूरत है और हमारा मकसद अपने सैनिकों को वापस लाना है, लेकिन हम इस बात पर भी कड़ी नजर रख रहे हैं कि वहां क्या हो रहा है और अगर हमारे सैनिकों के साथ कुछ भी होता है तो ऐसा हमला किया जाएगा जो पहले कभी नहीं किया गया था।”
इससे पहले मंगलवार को उन्होंने कहा था कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद अगर वहां कभी उनकी जरूरत महसूस होती है तो उन्हें फिर भेजा जा सकता है। अमेरिकी सैनिकों को अफगानिस्तान से वापस बुलाने के बारे में कोई निश्चित समय सीमा का जिक्र नहीं करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि इस समय वहां 8 हजार से भी कम सैनिक हैं।29 फरवरी को अमेरिका और तालिबान के बीच एक शांति समझौता हुआ था जिसमें तालिबान और अफगान सरकार के बीच हिंसा कम करने पर सहमति बनी थी। इसमें अफगानिस्तान के विभिन्न गुटों के बीच शांति वार्ता होने की पूर्व शर्त के तौर पर विदेशी सैनिकों की वापसी और आतंकवादी समूहों को तालिबान की तरफ से कोई समर्थन नहीं दिए जाने का आश्वासन दिया जाना, प्रमुख बातें थी।