Alok Bajpai (Astrologer),
आज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते ।
शंखचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मि नमोऽस्तु ते ।।
अर्थात- श्रीपीठ पर स्थित और देवताओं से पूजित होने वाली हे महामाये । तुम्हें नमस्कार है । हाथ में शंख, चक्र और गदा धारण करने वाली हे महालक्ष्मि! तुम्हें प्रणाम है ।
आज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII
श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
सब सुखी व स्वस्थ रहें
विक्रम संवत 2081
संवत्सर नाम -: कालयुक्त
संवत्सर राजा-: मंगल
संवत्सर मंत्री-: शनि
सूर्य दक्षिणायन, ऋतु-: वर्षा
सूर्य उदय : प्रातः 5/46
सूर्य अस्त : सायं 7/09
श्रावण मास कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 2/08/2024
दिन-: शुक्रवार
चंद्रमा-: मिथुन राशि में
राशि स्वामी-: बुद्ध
आज का नक्षत्र-: आर्द्रा प्रात: 10/59 तक उसके बाद पुनर्वसु
नक्षत्र स्वामी – : राहु/गुरू
️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश:
प्रात: 10/59 तक आर्द्रा नक्षत्र चरण 4 में
10/24 से पुनर्वसु नक्षत्र चरण 1 में
सायं 4/33 से पुनर्वसु नक्षत्र चरण 2 में
रात्रि 10/41 से पुनर्वसु नक्षत्र चरण 3 में
योग -: प्रात: 11/45 तक हर्ष उसके बाद वज्र
श्रावण शिवरात्रि व्रत
शुभ दिशा-: पूर्व, उत्तर, पूर्व-उत्तर
दिशा शूल -: पश्चिम दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर जौ खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
सूर्य -: कर्क राशि पुष्य नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि) रात्रि 10/06 से आश्लेषा नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी बुद्ध)
मंगल -: वृष राशि रोहिणी नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी चंद्र)
बुद्ध -: मिथुन राशि मघा नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी केतु)
गुरु -: वृष राशि रोहिणी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी चंद्र)
शुक्र -: सिंह राशि मघा नक्षत्र चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी केतु)
शनि (वक्री)-: कुंभ राशि पूर्व भाद्रपद चरण 2 में ( नक्षत्र स्वामी गुरु )
राहु-: मीन राशि उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
केतु-: कन्या राशि में हस्त नक्षत्र चरण -2 (नक्षत्र स्वामी चंद्र) में
राहु काल -: प्रात: 10/46 से दोपहर 12/27 बजे तक शुभ कार्य या नया व्यापार न करें
दैनिक लग्न सारणी
प्रात: 6/52 तक कर्क
9/11 तक सिंह
11/27 तक कन्या
दोपहर 1/45 तक तुला
सायं 4/05 तक वृश्चिक
6/09 तक धनु
7/51 तक मकर
9/19 तक कुम्भ
10/43 तक मीन
12/19 तक मेष
2/14 तक वृष
4/28 तक मिथुन
जय जय श्री राधे