ब्यूरो,
राहुल गांधी ने कहा कि यह आरएसएस और भाजपा का राजनीतिक कार्यक्रम है। इसीलिए कांग्रेस अध्यक्ष ने इस आयोजन में न जाने का फैसला लिया है। मणिपुर के कोहिमा में राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस सभी धर्मों को एक समान सम्मान देती है। हिंदू धर्म के शीर्ष धर्माचार्यों ने भी इस आयोजन को लेकर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि हमारी स्पष्ट राय है कि राम मंदिर जो भी जाना चाहता है, वह जा सकता है। कांग्रेस पार्टी का भी कोई शख्स जा सकता है। लेकिन हम 22 जनवरी को जाएं, यह जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह फंक्शन राजनीतिक बन गया है। ऐसे राजनीतिक आयोजन में जाना कठिन है। इस आयोजन को भाजपा ने चुनावी रंग दे दिया है।