ब्यूरो,
कोरोना महामारी एक बार फिर देश में अपने पैर पसार रहा है। सिंगापुर, अमेरिका और चीन समेत कई देशों में कहर बरपाने के बाद इसके नए वेरिएंट जेएन-1 ने देश में भी दस्तक के दी है। केरल में इस नए वेरिएंट की पुष्टि के बाद कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं। उधर, कर्नाटक सरकार ने मास्क पहनने की सलाह दी है। महामारी की बढ़ती संभावनाओं के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट पर रहने को कहा है। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने 20 दिसंबर को सभी हेल्थ मिनिस्टरों की मीटिंग बुलाई है। केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, केरल राज्य में कोरोना केस सप्ताह भर में तीन गुना तक बढ़ गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने देश में कोरोना के बढ़ते केसों और सांस लेने संबंधी बीमार लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 20 दिसंबर को समीक्षा के लिए राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक बुलाई है। केरल में कोरोना मामलों के साथ-साथ मौतों में भी वृद्धि देखी जा रही है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा कि केंद्र को भेजे गए आंकड़ों के अनुसार, केरल में कोरोना के दैनिक मामले एक सप्ताह में लगभग तीन गुना हो गए हैं। जबकि 1 से 17 दिसंबर तक 10 मौतें हुई हैं। सरकार की चिंता नए वेरिएंट जेएन.1 को लेकर है, जो हाल ही में केरल में एक 79 वर्षीय महिला में पाया गया था। यह कोरोना का सबसे नया वेरिएंट है, जो सिंगापुर, अमेरिका और चीन समेत कई देशों में जमकर कहर बरपा रहा है।
16 दिसंबर को, केरल में 302 कोरोना के नए मामले और चार मौतें दर्ज की गईं। इससे पहले 10 दिसंबर को केरल में 109 मामले सामने आए थे। 12 दिसंबर को राज्य में कोरोना केस 200 को पार कर गए और चार दिनों के भीतर, केरल में 300 से अधिक नए मामले सामने आए हैं।
एक तरफ केरल राज्य में कोरोना के बढ़ते केस चिंता का कारण बने हुए हैं। अब केरल से सबक लेते हुए कर्नाटक सरकार ने सीनियर सिटीजन्स और बीमार लोगों के लिए मास्क की सलाह जारी की है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को लिखे अपने पत्र में कोरोना की बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने राज्य सरकारों से नियमित आधार पर कोरोना केसों की रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। केंद्र ने कहा है कि राज्य में कोरोना केसों की बढ़ती संख्या का पैटर्न क्या है? इस पर भी रिपोर्ट दी जाए।
इसके अलावा सभी राज्यों को आरटी-पीसीआर टेस्टों की संख्या बढ़ाने और जीनोम अनुक्रमण के लिए पॉजिटिव नमूने भारतीय SARS COV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) प्रयोगशालाओं में भेजने की सलाह दी है ताकि नया वेरिएंट अगर है तो इसका पता लगाया जा सके।