आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,
फार्मेसी के छात्र ने हॉस्टल में खाया जहर मौत
उपचार के लिए डेढ़ घंटे बाद लेकर पहुंचे हॉस्पिटल
किसी बात को लेकर तनाव में था मृतक छात्र
जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में फार्मेसी का छात्र चरक हॉस्टल में जहर खा लिया। जिसे आनंद फानन में लोग उपचार के लिए अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया ।घटना को लेकर छात्रों में काफी रोश दिखा ।
बता दें कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के फार्मेसी संस्थान में बी फार्मा सेकंड सेमेस्टर में पढ़ने वाला छात्र विवेक कुमार पुत्र सरवन गुरुवार को चरक हॉस्टल में अपराहन एक बजे के बाद विषाक्त पदार्थ खा लिया। जब उसकी हालत बिगड़ने लगी और दर्द को बर्दाश्त नही कर पाया तो वह अपने रूम पार्टनर छात्र को फोन पर सूचना दी, उसकी हालत बहुत खराब है।जल्दी बुलाया तो वह पठन-पाठन को छोड़कर सीधे चरक हॉस्टल पहुंच गया। देखा तबीयत खराब थी,वह और छात्रो को बुलाया ,जिसके बाद विवेक को जिला अस्पताल एम्बुलेंस से ले गया। जहां डॉक्टरो ने उपचार शुरू किया। लेकिन डॉक्टर ने कहा कि 2 घंटे का समय विलंब हो चुका है। और उसकी हालत को कंट्रोल नहीं किया जा सकता। हालांकि कुछ देर बाद 20 वर्षीय विवेक कुमार ने दम तोड़ दिया। उधर विश्वविद्यालय से काफी लोग अस्पताल पहुंच गए थे। लेकिन छात्र के शव को मर्चरी हाउस में रखवा दिया ।चीफ प्राक्टर प्रो संतोष कुमार ने मृतक के परिजनों को सूचना दी ।मृतक छात्र गाजीपुर जिले के कसमाबाद का निवासी था ,वहां से लोग चल दिए इस बारे में चीफ प्राक्टर प्रो संतोष कुमार का कहना है कि छात्र ने विषाक्त पदार्थ खाया था और किसी को बताया नहीं था, जब उसकी हालत बिगड़ने लगी तो अपने रूम पार्टनर को सूचना दिया, उसके बाद लोग एंबुलेंस से अस्पताल ले गए जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई ।डॉक्टरो ने कहा कि मरीज को विलंब से लाया गया जिससे बचाना असंभव था।
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समय से एंबुलेंस ना आने पर छात्रों ने किया हंगामा चक्का जाम
जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बी फार्मा सेकंड सेमेस्टर के छात्र की गुरूवार को जहरीला पदार्थ खाने से हुई मौत को लेकर परिसर के छात्रों का गुस्सा भड़क गया और वह मुख्य गेट बंद कर सड़क पर चक्का जाम कर दिए।
बता दें कि फार्मेसी के 20 वर्षीय विवेक कुमार की मौत होने पर छात्रों ने कई बार एंबुलेंस मंगाया। लेकिन एंबुलेंस विलंब से आया। और जब एंबुलेंस आया तो वार्ड बॉय हॉस्टल नियमावली प्रक्रिया पूरी करने के चक्कर में छात्रों को निकलने नहीं दे रहा था जिससे देर हो गया। इसके बाद पीड़ित छात्र को करीब 2 घंटे बाद अस्पताल ले जाया गया ।जहां उसकी मौत हो गई ।जिससे गुस्साए छात्रों ने शाम करीब 5 बजे विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार बंद कर दिया और सड़क पर चक्का जाम कर दिया। जिसके बाद काफी संख्या में पुलिस व अधिकारी पहुंचकर आक्रोशित छात्रो समझाना बुझाना शुरू किया । छात्रों का कहना था कि एंबुलेंस अगर समय से आ गया होता ,वार्ड ब्याय निकलने दिया होता तो विवेक की जान बच जाती। हालांकि लोगों ने मामले को समझा बुझाकर शांत किया।