ब्यूरो,
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि को लेकर बवाल एक बार फिर भड़क गया। आंदोलन में शामिल रहे छात्रों के निलंबन के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन कर रहे एक छात्रनेता पर चीफ प्रॉक्टर डा.राकेश सिंह का गुस्सा फूट पड़ा। चीफ प्रॉक्टर ने एक सिपाही की लाठी से छात्रनेता को पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद वहां मौजूद प्रदर्शनकारियों में से कम से कम आधा दर्जन छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। फीसवृद्धि का विरोध कर रहे राजनीति विज्ञान के शोध छात्र और आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार को एक हफ्ते पहले तीसरी बार निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद एक अन्य निलंबित छात्रनेता हरेन्द्र यादव को भी परिसर में प्रवेश और परीक्षा में शामिल होने से रोक दिया गया। इसके विरोध में मंगलवार की सुबह कुछ छात्रों ने पहले छात्रसंघ भवन पर प्रदर्शन किया। सुबह करीब 11 बजे वे छात्रसंघ भवन से लाइब्रेरी गेट पहुंचे और वहीं धरने पर बैठ गए।
छात्रों ने जमकर नारेबाजी की। इसी दौरान वहां पहुंचे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह और छात्रों में तीखी नोंकझोंक होने लगी। छात्रों से तीखी बातचीत के बीच ही चीफ प्रॉक्टर का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने पास में मौजूद एक सिपाही की लाठी ले ली और आइसा की इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष विवेक को जमकर पीट दिया। इसके बाद पुलिस ने आधा दर्जन छात्रों को हिरासत में ले लिया।