ब्यूरो,
मुख्तार की पत्नी आफ्शा अंसारी पर पुलिस का शिकंजा, 50 हजार का इनाम घोषित
गाजीपुर।मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ गई हैं।मुख्तार ही नहीं बल्कि उनके परिवार के लोगों पर भी पुलिस शिकंजा कस रही है।मुख्तार की पत्नी आफ्शा अंसारी पर घोषित इनाम राशि को बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक की ओर से बीते माह पांच मार्च को आफ्शा अंसारी पर 25 हजार रुपए का इनाम रखा गया था। 13 अप्रैल को वाराणसी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक ने इनाम राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दिया।गाजीपुर में आफ्शा के अलावा कई और बदमाशों पर इनाम राशि बढ़ाई गयी है। कुख्यात और शातिर बदमाशों पर 25 हजार से लेकर 50 हजार रुपए तक इनाम घोषित किया गया है।
गहमर कोतवाली क्षेत्र के मनिया गांव के सोनू मुसहर पर 25 हजार, बहरियाबाद थाना क्षेत्र के चकफरीद के सद्दाम हुसैन पर 25 हजार इनाम की घोषणा पुलिस अधीक्षक ने की है। नंदगंज थाना के अलीपुर बनगावां के वीरेंद्र दुबे उर्फ भुट्टन पर 25 हजार, नंदगंज थाना क्षेत्र के इमलिया गांव के अंकित राय उर्फ प्रदीप पर 25 हजार, बिरनो थाना क्षेत्र के नसरतपुर के अंकुर यादव पर 25 हजार, आजमगढ़ जिले के सिधारी थाना क्षेत्र के त्योखर के अशोक यादव उर्फ छोटू पर 25 हजार रुपए इनाम की घोषणा की गई।
करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के जोगा मुसाहिब गांव के अमित राय पर 25 हजार, भांवरकोल थाना क्षेत्र के शेरपुर खुर्द के अंगद राय उर्फ लल्लन राय पर 25 हजार, शहर कोतवाली क्षेत्र के सैय्यदबाड़ा के जाकिर हुसैन पर 50 हजार, सुहवल थाना क्षेत्र के चकिया के रवि बिंद पर 25 हजार और शहर कोतवाली क्षेत्र के सकरा के सोनू बिंद पर 25 हजार इनाम घोषित किया है। इस संबंध में एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि जिले के 12 अपराधियों की इनाम की राशि बढ़ाई गई है, जिनकी सूची अब जारी हो चुकी है।
मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी और उनके परिवार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब तक लगभग 200 करोड़ की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। यहीं नहीं मुख्तार से जुड़े अन्य अवैध संपत्तियों को चिन्हित किया जा रहा है। शासन की कर्रवाईयों का डंडा संगठित अपराध को अंजाम देने वालों के खिलाफ लगातार चल रहा है। अब तक आईएस 191 गैंग के लीडर मुख्तार अंसारी, उनके रिश्तेदार और गैंग से संबंधित 200 करोड़ की अवैध संपत्ति कुर्क की जा चुकी हैं। वहीं मुख्तार अंसारी, उनके रिश्तेदार और करीबियों के खिलाफ जिला प्रशासन व पुलिस की कार्रवाई निरंतर जारी है।
गाजीपुर जिले के साथ ही अन्य जिलों में भी मुख्तार की संपत्ति को चिह्नित कर कुर्क किया जा रहा है। जिला और पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार हो रही कार्रवाई से खलबली मची हुई है।