जय जवान जय किसान का नारा लाल बहादुर शास्त्री जी ने 1965 में पाकिस्तान के साथ युद्ध हो रहा था उस समय देश को दिया | आज भी जय जवान का महत्व है लेकिन जय किसान का महत्व कितना बढ़ता जा रहा है इसको समझना इतना आसान नहीं है | COVID-19 अथवा कोरोना वायरस की बजह से आज हमारे किसान भाईयों को बहुत तकलीफ हो रही है और साथ ही मजदूरों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है |
मैं अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की भरपूर प्रसंशा करना चाहुंगा कि उन्होंने बहुत खूबी के साथ समझाते हुए हम लोगों को सम्बोदित किया तथा उन्होंने देश हित के कार्यों के लिए 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज दिया | अभी हाल ही में वित्तमंत्री जी द्वारा श्रेणीबद्ध रूप से पैकेज की घोषणा की गई जिसमें किसानों के साथ साथ छोटे छोटे कामगारों को आत्मनिर्भर बनाना एक बड़ा कदम है | यहाँ मैं वित्तमंत्री जी से निवेदन एवं आग्रह करूँगा कि उनके द्वारा जो घोषणाएं हुई हैं उनका कार्यान्वयन भी पूर्ण रूप से सुनिश्चित करना होगा | अगर कार्यान्वयन ठीक से नहीं होगा तो मजदूर और किसानों को तकलीफ होती रहेगी | आज विपक्ष बार बार इस मसले को उठा रहा है कि किसानों तथा मजदूरों को तकलीफ हो रही है | यदि हम सब लोग मिलकर समस्याओं का समाधान निकालने का प्रयास करें तो शायद मोदी जी का आत्मनिर्भर भारत का सपना निश्चित ही साकार होगा |
मुझे याद है कि आत्मनिर्भर भारत का नारा लाल बहादुर शास्त्री जी ने भी 1965 में युद्ध के समय जब अनाज की कमी हुई थी तब उन्होंने लोगों से देश में हर जगह जो भी खाली जमीन है उस पर अनाज उगाने के लिए देशवासियों से निवेदन किया और पूरा देश उनके पीछे खड़ा हो गया था और यही नहीं मैं यह कहना चहुंगा कि लोगों ने लाल बहादुर शास्त्री जी से प्रेरित होकर छोटे छोटे गमलों में भी सब्जी, टमाटर, आदि उगाया | लोगों ने बहुत उत्साह के साथ काम किया और देश के पीछे अपने आप को पूरी तरह समर्पित कर दिया | आज वो छवि मोदी जी मैं मुझे दिखाई देती है | उन्होंने जिस तरह से अपनी बातों को देश की जनता के सामने रखा है देश की जनता ने उनकी बातों को माना है यह बहुत बड़ी बात है | आज संकट के समय हम लोगों को एकजुट होकर देश को संकट से उभारना है | एक बार फिर मैं यह कहना चाहुंगा कि हमारे माननीय सभी मंत्रीगण, सभी अधिकारीगण इस बात को सुनिश्चित करें कि सरकार द्वारा की गई घोषणाओं का कार्यान्वयन ठीक प्रकार से हो |
———- अब आत्मनिर्भर भारत हमारा लक्ष्य ———-
जय जवान जय किसान
सुनील शास्त्री