यूपी शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड की मीटिंग 31/03/22 को सम्पन्न

ब्यूरो,

यूपी शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड की मीटिंग 31/03/22 को सम्पन्न हुई। मीटिंग में सभी सदस्यों ने वक़्फ़ अधिनियम 1995 के अनुसार सभी फैसलो पर मोहर लगाई। यूपी शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड की प्राथमिकता वक़्फ़ में फैले भर्ष्टाचार के खिलाफ है और भू माफिया के विरुद्ध। इसी को ध्यान में ऱखकर बोर्ड के चैयरमैन श्री अली ज़ैदी की अध्यक्षता में कुछ अहम फैसले लिए गए।

मीटिंग में लिए गए विभन्न फैसलो मे से कुछ एहम फैसले नीचे प्रस्तूत है।

  1. रामपुर में सपा सरकार में आज़म खान द्वारा रामपुर के शाही परिवार से छीने गए औक़ाफ वापिस किए गए।
  2. लखनऊ में दरिया वाली मस्जिद के मुतवलली बने मौलाना कल्बे जव्वाद
    3.आगरा स्थिति एतिहासिक मजार शहीद ए सालिस में भ्रस्टाचार के गंभीर आरोपों के सिद्ध होने के बाद वहाँ की प्रबंध कमेटी को बर्खास्त किया गया और मौलाना आगा रूही की सरपरस्ती में नई प्रबंधन कमेटी बनाई गई।
  3. लखनऊ में इमामबाड़ा इकरामउल्ला में वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत के बाद मुतवलली को हटाया गया।
  4. कानपुर में बड़ी कार्यवाही करते हुए वक्फ हादि बेगम हाजरा बेगम की प्रबंध कमेटी को बर्खास्त किया गया।
  5. लखनऊ स्थित कर्बला मीर खुदा बक्श, तालकटोरा में वक्फ बोर्ड के सदस्य फैज़ी के विरुद्ध मिली शिकायतों के बाद चली लंबी जांच के बाद बोर्ड ने सर्वसम्मति से उन्हें मुतवलली पद से बर्खास्त कर दिया। कार्यवाही के चलते कल की बोर्ड बैठक मे नही शामिल हुए थे फैज़ी। वहाँ बोर्ड ने कर्बला को अपने सीधे नियंत्रण में लेते हुए पूर्व राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रहे गएरूल रिज़वी के पुत्र ज़ैगम रिज़वी को प्रशासक नियुक्त कर दिया।
  6. सहारनपुर में इमामबाड़ा अंसारीयान में नई कमेटी बनाई गईं।
  7. लखनऊ के हज़रतगंज स्थित इमामबाड़ा सिबतैनाबाद में मुतवलली के इस्तीफे के बाद रिक्त स्थान पर रमजान से पहले बेहतर प्रबंध के लिए वक्फ बचाव आंदोलन के अध्यक्ष शामील शम्सी को मुतवलली पद की जिम्मेदारी सौपी गई।
  8. फर्रुखाबाद की सुनहरी मस्जिद में मुतवलली की मृत्यु के पश्च्यात रिक्त स्थान पर मुतवलली नियुक्ति की गई।
  9. लखनऊ स्थिति वक्फ मीर दरोगा वाजिद अली के मुतवलली को प्राप्त शिकायतों के आधार पर जांच के बाद बर्खास्त किया गया और नए मुतवलली की नियुक्ति हुई।
  10. फैजाबाद चौक स्थिति मस्जिद हसन रजा खान की प्रबंध कमेटी को हटा कर नई प्रबंध कमेटी बनाई गई।
  11. लखनऊ के तीन औक़ाफ में मिली शिकायतों के आधार पर बोर्ड द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
  12. प्रदेश के कई छोटे बड़े औक़ाफ के सिलसिले में बोर्ड बैठक में कई फैसले लिए गए और प्रदेश भर मे फैली बोर्ड की सम्पत्तियों को भू माफिया के कब्ज़े से मुक्त कराने के लिए अभियान छेड़ने का फैसला लिया गया औक़ाफौ में भ्रस्टाचार के प्रति बोर्ड ने सख्ती बनाए रखने की बात की और बोर्ड की आमदनी बढ़ाने के लिए बाजार दर से किराया वसूलने पर ज़ोर डाला गया।

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