ब्यूरो,
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के दोमोहानी इलाके में गुरुवार शाम गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए. इस हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है. हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं.पटरी से उतरने के बाद गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पलट भी गए थे. इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई और 13 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. गुरुवार की रात भी राहत और बचाव का कार्य चलता रहा.
अधिकारियों ने बताया कि न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से करीब 42 किलोमीटर दूर न्यू दोमोहानी और न्यू मयनागुड़ी स्टेशनों के बीच एक सेक्शन पर शाम 4.53 बजे हुई दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है. यह ट्रेन राजस्थान के बीकानेर से मंगलवार रात पौने दो बजे रवाना हुई थी. हादसे के वक्त ट्रेन में कुल 1200 यात्री सवार थे. रेलवे ने मृतकों के परिजनों के लिए पांच लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी खुद घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. सीमा सुरक्षा बल, स्थानीय पुलिस, रेलवे और एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव काम में जुटी हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को रेल मंत्री से बात की और घटना पर दुख जताया. वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से बात की और और उन्हें बचाव कार्यों से अवगत कराया है. बताया जा रहा है कि जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोविड के हालात पर प्रधानमंत्री के साथ वर्चुअल बैठक में हिस्सा ले रही थीं. उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए है.
भारत में खराब मौसम और तकनीकी दिक्कतों के कारण ट्रेन हादसे होते आए हैं. देश के विशाल लेकिन पुराने रेलवे नेटवर्क पर दुर्घटनाएं आम हैं. सरकार द्वारा संचालित रेलवे हमेशा से ही सुरक्षा के लिहाज से चिंता का विषय रहा है. 2016 में भारत के सबसे खराब ट्रेन दुर्घटनाओं में से एक में उत्तर प्रदेश में 14 डिब्बे पटरी से उतरने से 127 लोग मारे गए थे..