बात करने के तरीके:
भगवान से : दोनों हाथ जोड़ के,
गुरुदेव से : नजर झुका के..
माँ से : खुलकर..
पिता से : आदर से..
भाई से : दिल खोल कर..
बहन से :प्यार से..
बच्चों से : लाड-दुलार से..
दोस्तों से : “हँसी-मजाक से..
और,
पत्नी से ?
पत्नी से बात करने के तरीके की, खोज अभी भी चल रही है. कोरोना की दवा की तरह…जब तक कुछ पक्की दवा नहीं मिलती तब तक मुंह बंद करके हां में हां और ना में ना मिलाते रहें, जैसा चल रहा है चलने दें. रिस्क नहीं लें..
जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं