ब्यूरो,
आयकर विभाग ने गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ समेत पांच शहरों में एक ग्रुप पर छापा मारा. यह छापा शुक्रवार रात करीब 44 घंट चला. इस दौरान बड़े पैमाने पर फर्जी कंपनियों के माध्यम से लेनदेन की बात सामने आई है. साथ ही दो सौ करोड़ से अधिक रूपये के ट्रांजेक्शन के डिजिटल डॉक्यूमेंट्स भी बरामद हुए. जिसे आयकर विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया. इसके अलावा तीन करोड़ की नकदी को भी सीज कर लिया. आयकर विभाग के अनुसार जिस ग्रुप पर रेड डाली गई वह मीडिया के अलावा खनन, होटल और शराब व्यवसाय से भी जुड़ा है. हालांकि विभाग ने अभी ग्रुप का नाम नहीं बताया है.
गुरुवार को आयकर विभाग की टीमों ने लखनऊ, जौनपुर बस्ती, वाराणसी, जौनपुर और कोलकाता में रेड डाली. आयकर विभाग ने गुरुवार को भारत समाचार चैनल के कार्यालय के अलावा कई जगहों पर छापा मारा. जिसके बाद विभाग ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि गुरुवार को मीडिया, खनन और होटल समेत कई व्यवसाय करने वाले ग्रुप पर पड़े छापों के दौरान दो सौ करोड़ से अधिक अघोषित लेनदेन की बात सामने आई है. इसके अलावा तीन करोड़ की नकदी भी बरामद हुई और 16 लॉकर भी निगरानी में रखे गए है. हालांकि प्रेस नोट में विभाग ने ग्रुप का नाम नहीं लिया.
आयकर विभाग के मुताबिक जांच में पता चला है कि ग्रुप का कई बेनामी कंपनियों के नाम पर लेनदेन चल रहा था और कई अघोषित ट्रांजेक्शन भी सामने आए है. जांच के दौरान यह भी पता चला है कि 15 से अधिक ऐसी कंपनियां है जिनका पता कोलकाता और अन्य जगहों पर दिखाया गया, लेकिन इनका वास्तव में कोई आस्तित्व ही नहीं है. इन फर्जी कंपनियों के जरिए तीस करोड़ से अधिक पैसा कंपनी के लिए जुटाया गया. साथ ही इन फर्जी कंपनियों से करीब चालीस करोड़ रुपये से अधिक का लोन मीडिया हाउस को दिलाया गया. इसके अलावा कई ऐसी कंपनियों ने लोन दिया, जिनका कहीं कार्यालय भी मौजूद नहीं है और डॉक्यूमेंट्स में पते भी फर्जी डाले गए हैं.