पाँच दिन में 11 लाख से अधिक लोगों ने खाई फाइलेरिया रोधी दवा
सीएमओ ने की अपील, फाइलेरिया रोधी दवा जरूर खाएं
फाइलेरिया मुक्त जनपद के लिए सभी का सहयोग जरूरी
वाराणसी, 16 जुलाई 2021
फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में सरकार प्रत्येक स्तर पर प्रयास कर रही है । इसी क्रम में जनपद को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए फाइलेरिया एमडीए कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमें आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन अपने समक्ष करा रही हैं। यह कार्यक्रम 26 जुलाई तक चलाया जाएगा । शुक्रवार सुबह एमडीए कार्यक्रम की समीक्षा बैठक मुख्य चिकित्सा अधिकारी कैंप कार्यालय पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. वीबी सिंह की अध्यक्षता में की गयी। इस दौरान जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद पांडे, बायोलोजिस्ट डॉ अमित कुमार सिंह, हेल्थ पार्टनर संगठनों से बिल एंड मिलाण्डा गेट्स फ़ाउंडेशन (बीएमजीएफ़) से डॉ भूपेंद्र त्रिपाठी, डबल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) से स्टेट कंसल्टेंट डॉ तनुज शर्मा, चाई (क्लिंटन हेल्थ एक्सेस इनीशिएटिव) से डॉ अतुल मित्तल, पीसीआई से स्टेट हेड ध्रुव सिंह व अन्य लोग मौजूद रहे। इसके अलावा अपराहन चार बजे से मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में शहरी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी (एमओआईसी) के साथ बैठक की । गौरतलब है कि 12 जुलाई से शुरू हुये कार्यक्रम के तहत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 11.45 लाख लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलायी जा चुकी है। इसमें से ग्रामीण में 7.62 लाख व शहरी इलाकों में 3.83 लाख लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा खाई है।
बैठक में सीएमओ ने सभी हेल्थ पार्टनर संस्थाओं व प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि शहरी क्षेत्रों में फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने का कवरेज और अधिक बढ़ाया जाए। मॉनिटरिंग का कार्य गहनता और गंभीरता से किया जाए। शहरी क्षेत्रों के ऐसे इलाकों को चिन्हित किया जाए जहां लोग दवा खाने से डर रहे हैं या मना कर रहे हैं। ऐसी जगहों पर अलग से जागरूकता अभियान चलाकर उनका व्यवहार परिवर्तन किया जाए और जन समुदाय से दवा खाने की अपील की जाए । इसके लिए उन्होने रेडक्रोस सोसाइटी, रोटरी क्लब, लायन्स क्लब, सिविल डिफेंस व धर्मगुरुओं से संपर्क कर सहारा लिया जा सकता है । इसके साथ ही उन्होने लिम्फ़टिक फाइलेरियासिस (एलएफ़) यानि हाथी पाँव के मरीजों को खोजने और उन्हे चिन्हित कर जल्द से जल्द उपचार प्रदान कराने के लिए कहा । सीएमओ ने कहा कि जिले के सभी क्षेत्रों में एमडीए कार्यक्रम के तहत फाइलेरिया के मरीजों को खोजा जा रहा है जिससे उन्हें चिन्हित व उपचार प्रदान कर फाइलेरिया की दर को कम किया जा सके ।
सीएमओ ने की अपील
सीएमओ डॉ वीबी सिंह ने जनपदवासियों से अपील की है कि जिस तरह पोलियो के उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा युद्ध स्तर पर प्रयास किए गए थे और सफलता भी हासिल की । इसी तरह साल 2023 तक फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सभी का दवा खाना बेहद जरूरी है। यह दवा पूर्ण रूप से सुरक्षित है । इससे फाइलेरिया के संक्रमण को रोकने में मदद मिलेगी । इस दवा को खाने से किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य हानि नहीं होगी । उन्होने कहा कि जनपद को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है। ध्यान रहे कि यह दवा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रूप से बीमारी व्यक्तियों को नहीं खिलानी है ।