लंच के बाद नींद क्यों आती है: खाना खाने के बाद नींद क्यों आती है? जानिए इसके कारण और निवारण
Why do feel sleepy after lunch: अक्सर कई लोगों को भोजन करने के बाद तुरंद नींद आने लगती है। जबकि कहा जाता है कि भोजन करने से ऊर्जा मिलती है बावजूद इसके कभी-कभी हम सुस्ती-सी फील करते हैं।
Why do feel sleepy after lunch: शरीर के समग्र विकास के लिए भोजन करना बहुत आवश्यक है जिससे हमें ऊर्जा मिलती है और हम दिन भर के सारे काम ठीक से कर पाते हैं। लेकिन कभी-कभी भोजन करने के बाद हमें आलस सताने लगता है और ऐसे में नींद जैसा फील होता है। क्या आप जानते हैं कि अक्सर ऐसा क्यों होता है और इसकी आखिर क्या वजह हो सकती है? खाना खाने के बाद सुस्ती और नींद आना काफी आम बात है, क्यों हर तरह के भोजन को पचाना पाना भी सरल नहीं है, लेकिन ऐसा होने के कुछ ही कारण होते हैं।
दरअसल, खाने के बाद आपके एनर्जी लेवल में इंसुलिन (Insulin) की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जब आप भोजन को चबाते हैं तब आपका इंसुलिन लेवल यह सुनिश्चित करने के लिए बढ़ जाता है कि शरीर में ब्लड शुगर लेवल वहां है जहां उसे होना चाहिए। वहीं, जब आप अपने भोजन को पूरी तरह समाप्त करते हैं तो इंसुलिन का स्तर कम हो जाता है। यही वजह है कि आप खाने के बाद सुस्त, थका हारा महसूस करने लगते हैं। अगर ये प्रोसेज नॉर्मल है तो चिंता की कोई बात नहीं, लेकिन लंबे समय तक आप ऐसा ही फील करते हैं तो आपको डायटीशियन से परामर्श लेने में कोई बुराई नहीं है। इस आर्टिकल में हम आपको खाने के बाद नींद आने की वजह के साथ-साथ समस्या का निवारण भी बता रहे हैं।
भोजन पचाने में डाइजेस्ट सिस्टम का महत्व
डेली रूटीन वाले कार्य करने से लेकर वर्कआउट और सांस लेने के लिए भी आपके शरीर को कार्य करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। एनर्जी हमें भोजन से ही मिलती है। शरीर में मौजूद डाइजेस्ट सिस्टम हमारे भोजन ग्लूकोज में बदल जाता है। भोजन करने के बाद ही प्रोटीन जैसे पोषक तत्व (Nutrients) हमारे शरीर को कैलोरी देते हैं जिससे हमें ऊर्जा मिलती है।
अवॉइड करें हैवी फूड
खाने के बाद थकान और नींद आने जैसा महसूस करना का कारण हैवी फूड और भूख से अधिक भोजन करना भी हो सकता है। इसलिए जितनी भूख हो उतना ही भोजन करें न कि स्वाद के चक्कर में ज्यादा खाएं। साथ ही जंक फूड को अवॉइड करने की कोशिश करें।
क्योंकि जितना ज्यादा आप हैवी फूड खाएंगे शरीर को उसे पचाने में उतनी ऊर्जा की जरूरत होती है। ब्रेकफास्ट में फाइबर युक्त फूड को ही शामिल करें। भोजन के निवाले को छोट टुकड़ों में चबाएं न कि एक दम से मुंह भर लें।
इन चीजों के खाने से आती है नींद
एक प्रोटीन युक्त आहार में सेरोटोनिन (serotonin) हो सकता है जो आपके दिमाग को नींद पैदा करने वाले सिगनल्स को रेगुलेट करता है। इसलिए अगर आप खाने के बाद सोने से बचना चाहते हैं तो सोया, अंडे, पालक, मछली, टोफू जैसे फूड आइटम्स से दूरियां बनाएं।
इसके अलावा, चेरी और केले जैसे फलों से बचें क्योंकि उनमें खनिजों में मेलाटोनिन शामिल होता है जो ब्लड शुगर लेवल में गिरावट का कारण बनता है और आपकी मांसपेशियों को आराम करने के लिए न्यूरो सिग्नल भी प्रसारित करता है।
रात में पर्याप्त नींद न लेना भी है कारण
यदि आप रिलेक्स्ड होते हैं तब भी आपका शरीर रिलेक्सिंग और रेस्टिंग के मूड में होता है। वहीं, अगर आपने रात में पर्याप्त नींद नहीं ली हो तब आप दिन में सोने जैसा फील करते हैं। इसलिए आपको अपनी दिनचर्या में भी बदलाव करने की जरूरत है। अच्छा खाने के साथ-साथ आपको अच्छी नींद लेना भी जरूरी है।
फिजिकल एक्टीविटी
अपने डेली रूटीन में व्यायाम को शामिल करने से भोजन के बाद महसूस होने वाली सुस्ती से छुटकारा पाया जा सकता है। रोजाना व्यायाम करने से ऊर्जा बढ़ती है और थकान कम होती है। इससे आप फिट भी रहते हैं और रात को अच्छी नींद लेने में भी आसानी होती है।