नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की एक विशेष टीम ने पंजाब के अटारी बॉर्डर पर जून 2019 में 532 किलोग्राम हेरोइन तस्करी के मामले में वॉन्टेड कुख्यात ड्रग पदार्थ तस्कर रणजीत सिंह उर्फ चीता को शनिवार सुबह हरियाणा के सिरसा में दबिश देकर दबोच लिया। पंजाब और हरियाणा की पुलिस की टीमें भी एनआईए टीम के साथ थीं।
इस ऑपरेशन का नेतृत्व एनआईए के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तेजेंद्र सिंह कर रहे थे। सिरसा के पुलिस अधीक्षक अरुण नेहरा ने इस ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बताया कि रणजीत उर्फ चीता पंजाब के अटारी बॉर्डर के पास जून 2019 में 532 किलोग्राम हेरोइन तस्करी के एक मामले में एनआईए और पंजाब पुलिस को वॉन्टेड था। इसके अलावा उसके ऊपर पंजाब के विभिन्न थानों में ड्रग तस्करी सहित अन्य धाराओं में लगभग दस मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि रणजीत के आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन से भी संबंध हैं। रणजीत के साथ ड्रग तस्करी में सहयोगी रहे उसके भाई गगनदीप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। रणजीत को पकड़ने के लिए एनआईए की टीम ने शुक्रवार-शनिवार रात्रि करीब 12:00 बजे से अपना ऑपरेशन छेड़ा था, जिसमें शनिवार तड़के कामयाबी मिली। जांच टीम ने रणजीत के पिता हरभजन, पत्नी परमजीत, भाई की बहू पूजा और एक बच्ची को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। एनआईए टीम रणजीत और उसके भाई गगनदीप को फिलहाल अमृतसर लेकर गई है, जहां इन्हें अदालत में पेश कर इन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। रिमांड के दौरान पुलिस को कुछ बड़े अंतरराष्ट्रीय स्तर के खुलासे होने की उम्मीद है।