राम मंदिर जमीन घोटाले पर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मंदिर ट्रस्ट मामले की जांच कर रहा है जो भी दोषी होगा उसे दंडित किया जाएगा. जिनके हाथों में राम भक्तों का खून है, हमें उनसे सलाह की जरूरत नहीं है.
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊ. राम मंदिर के भूमि घोटाले पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा कि जिनके हाथों में रामभक्तों का खून है, हमें उनसे सलाह की जरूरत नहीं है. मंदिर ट्रस्ट मामले की जांच कर रहा है. दोषी, कोई हो उसे दंडित किया जाएगा.
आपको बता दें कि रविवार को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय पवन ने अयोध्या राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में जमीन खरीद के नाम पर करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है. आप संसद में इस मामले में लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. उन्होंने कहा कि 18 मार्च 2021 को 2 करोड़ रुपए में बिकी जमीन को कुछ ही मिनटों में ट्रस्ट ने 18. 5 करोड़ रुपए में खरीदा है.
इसके अलावा पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय पवन ने अयोध्या में घोटाले के आरोप लगाए. दोनों ने मीडिया के सामने दस्तावेज रखते हुए कहा कि इस जमीन की कीमत 5.80 करोड़ रुपए है लेकिन सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने 18 मार्च 2021 को इस जमीन को कुसुम पाठक और हरीश पाठक से 2 करोड़ रुपए में खरीदा था. जमीन रजिस्ट्री में अनिल मिश्र और अयोध्या मेयर ऋषिकेश उपाध्याय इसके गवाह थे. सपा नेता और आप के राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि चंद मिनटों बाद ही इस जमीन को रामजन्मभूमि ट्रस्ट ने 18.5 करोड़ रुपए में खरीद लिया. उन्होंने यह भी कहा कि जो गवाह पहली खरीद में थे वही ट्रस्ट के बैनामे में भी गवाह हैं. इसे मनी लांड्रिंग का मामला कहा जा रहा है.