बसपा प्रमुख मायावती ने सरकारों और पार्टियों पर कोरोना महामारी को लेकर कसा तंज कसा है. साथ ही उन्होंने ट्वीट कर लिखा की सरकारें व पार्टियां अपने स्वार्थ आदि त्यागने को तैयार नहीं.
लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को लॉकडाउन और कोरोना माहमारी के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर अर्थव्यवस्था पर केंद्र और यूपी की भाजपा की सरकार पर एक बार फिर कड़े सवाल है. इस बार उन्होंने लिखा कि गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि सभी को विचलित कर रही है फिर भी सरकारें उतनी गंभीर नहीं लगती है, अति दुःखद.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने लिखा कि कोरोना लॉकडाउन और फिर इस माहमारी के अति घातक होने से केवल सामान्य जीवन ही अस्त व्यस्त व त्रस्त नहीं हुआ है बल्कि देश की पूरी अर्थव्यवस्था भी काफी चरमरा गई है तथा बढ़ती बेरोजगारी, गरीबी, व महंगाई आदि भी सभी को विचलित कर रही है फिर भी सरकारें उतनी गम्भीर नहीं लगती है, अति दुःखद.
इसके साथ ही इन्होंने सरकारों को निशाना साधते हुए एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि देश की अर्थव्यवस्था अर्थात लोगों की रोजी रोटी पर भी संकट का अब ऑक्सीजन पर चले जाना क्षोभ व गंभीर चिंता की बात, किंतु सरकारें व पार्टियां अपने स्वार्थ व द्वेष आदि को अभी भी त्यागने को तैयार नहीं लगती. ऐसे में जनता को यहां इस जानलेवा जंजाल से जल्दी मुक्ति मिल पाना कैसे संभव? वहीं इन्होंने इस ट्वीट के जरिए सरकार समेत अन्य अभी पार्टियों पर भी निशाना साधने की कोशिश की हैं.