लॉकडाउन में नौकरी के बहाने युवती के साथ बलात्कार
वीडियो लौटाने के बहाने कई बार बनाया शिकार
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, आरोपी फरार
लखनऊ। एक ओर कोरोना महामारी से सारी दुनिया त्रस्त है। लॉकडाउन लगने के कारण लोगों के सामने रोजगार का संकट पैदा हो गया है। इसी बीच लखनऊ शहर के एक सप्लायर का युवती को नौकरी देने के बहाने बलात्कार करने का मामला प्रकाश में आया है। युवती ने इस तथाकथित सप्लायर पर कार में बलात्कार का वीडियो बनाने तथा उसे वापस करने के बहाने रेप करने का आरोप लगाया है। हजरतगंज पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर कर मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर बताया जाता है।
जानकारी के अनुसार बाराबंकी की रहने वाली युवती काल्पनिक नाम गुडिय़ा (२१ वर्ष) नौकरी करने के लिए लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र में रहती थी। लगभग चार माह पहले उसकी मुलाकात इंदिरा नगर के रहने वाले साठ वर्षीय व्यक्ति अखिलेश मिश्रा से हुई। अखिलेश मिश्रा सप्लायर बताया जाता है। आरोपी खुद को पत्रकार बताकर युवतियों को अपने झांसे में फंसा लेता था। युवती ने पुलिस को बताया कि उक्त आरोपी अखिलेश मिश्रा ने उसे सीवी लेकर अपनी कार में मुलाकात की। वहीं आरोपी ने युवती को कॉफी में नशे की दवाई मिलाकर बेहोशी की हालत में उसके साथ बलात्कार किया। लगभग डेढ़ घंटे नशे की हालत में रहने के बाद जब युवती को होश आया तो उसके सिर में दर्द हो रहा था।
इस घटना के दूसरे दिन आरोपी ने फोन पर युवती को बताया कि उसने कार में उसके साथ बलात्कार जैसे घिनौने कृत्य का वीडियो भी बना लिया है। युवती ने अखिलेश मिश्रा से पीछा छुड़ाने के लिए नौकरी नहीं करने की बात कही तो आरोपी अखिलेश ने उसे धमकी दी कि वह उसका वीडियो सार्वजनिक कर देगा। बार-बार वीडियो देने के बहाने बुलाकार आरोपी पीडि़त गुडिय़ा से बलात्कार करता रहा। २० मई २०२१ को भी आरोपी अखिलेश ने युवती को वीडियो देने के बहाने आलमबाग से अपनी गाड़ी में बैठाया और उसे लेकर हजरत गंज के अहमद मेंशन में अपने किसी मिलने वाले के फ्लैट पर लेकर आ गया। यहां भी युवती ने उक्त वीडियो को देने की बात कही तो आरोपी ने उसके साथ फिर बलात्कार किया। बाद में युवती को कृष्णा नगर मेट्रो स्टेशन के नजदीक छोडक़र, मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया।
अब युवती ने हजतगंज कोतवाली में आरोपी अखिलेश मिश्रा के खिलाफ बलात्कार और जान से मारने की धमकी का मुकदमा पंजीकृत कराते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है। कोतवाली पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धारा ३७६ और ५०६ लगाते हुए एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जाता है कि आरोपी अभी फरार है, पुलिस उसकी गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
पत्रकार बनकर फंसाता था जाल में
बताया जाता है कि आरोपी अखिलेश मिश्रा खुद को कभी सप्लायर तो कभी पत्रकार बताकर युवतियों को नौकरी देने के बहाने अपने जाल में फंसाता था। इससे पहले भी ब्लैकमेलिंग के एक मामले में शहर के एक धनाढ्य परिवार को उसने एक युवती और उसकी गैंग के जरिए काफी परेशान करवाया था। लेकिन एक वीडियो ने सारी कलई खोलकर रख दी थी। आशंका यह भी जताई जा रही है कि उक्त आरोपी अखिलेश ने पहले भी कई युवतियों को नौकरी दिलाने के नाम पर उनका यौन शोषण किया। बाद में उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर पहले खुद उनकी मजबूरी का फायदा उठता रहा बाद में उन्हें जिस्मफरोशी के दलदल में धकेल दिया। बहरहाल, अखिलेश मिश्रा के कुकर्मों की फेहरिस्त काफी लंबी है, पुलिस की तफ्तीश में इस पूरे मामले का खुलासा होना अभी बाकी है।
कौन बनाता था वीडियो, किसका था फ्लैट
इस मामले से कई सवाल भी जहन में उभरते हैं कि जब आरोपी अखिलेश मिश्रा युवतियों के साथ इस घिनौने कृत्य को अंजाम देता था तब वीडियो कौन बनाता था। क्या उसने और उसके मिलने वाले के फ्लैट पर वीडियोग्राफी करने लायक बना रखा है। कौन है अखिलेश मिश्रा के कुकर्मों का साझेदार जो उसे इस कृत्य के लिए अपना फ्लैट मुहैया कराता था। इन सवालों के जवाब भी अखिलेश मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद ही मिल सकेंगे।