सीतापुर,सीतापुर के थाना महोली के अंतर्गत बड़ागांव चौकी क्षेत्र के बीड़नपुर ग्राम में चल रही बारात में रात में नाजायज असलहों के फायरिंग करने के कारण कुछ लोगो घायल हो गए, जिनका उपचार अस्पताल में चल रहा है, प्राप्त जानकारी के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार बीड़नपुर के सुंदर लाल व नंदलाल के घर बारात आई थी, जिसमें फायरिंग में सुरजीत कुमार व महेश प्रसाद को गोली लगी हैं जो कि गंभीर रूप से घायल हो गया है जिसका उपचार जिला अस्पताल में कराया गया है, अन्य तीन बाराती भी घायल हुए हैं जिनका भी इलाज सीतापुर में चल रहा है, मोके पर असलहों का प्रयोग खुलेआम किया गया है जो कि वीडियो में स्पष्ट है सारी घटना की जानकारी व दोषी अभियुक्तों की जानकारी व अवैध असलहों की जानकारी चौकी इंचार्ज बड़ागांव शिव शंकर सिंह को होने पर भी मामले को रफा दफा करने व लीपापोती करके जबरन धमकाकर व भयभीत करके सुलह समझौता कराने पर विशेष प्रयास किया, जबकि घटना में कार्यवाही करते हुए नाजायज असलहों की व दोषी अभियुक्तों को गिरफ्तार करने पर बल देकर प्रयास करना चाहिए था जिस पर किस कारण या निजी स्वार्थ व लाभ के चलते ही दरोगा ने रात में कुछ नहीं किया, बारात चैनुपुरवा से बीड़नपुर आई थी, दूल्हे का नाम अखिलेश पुत्र प्रेम प्रकाश हैं, बारात में गोली फायरिंग करने वाले सोनू,राजेंद्र प्रसाद, दो उनके भाई बागी पिता राजेंद्र प्रसाद, ज्ञानू पिता राजेंद्र प्रसाद हैं, बड़ी गंभीर विषय है कि लॉक डाउन में विवाह आदि कार्यक्रमों पर बिना अनुमति व कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के रोक है और अधिक संख्या में लोगों के शामिल होने पर व सोशल डिस्टेंस के नियमों की धज्जियां उड़ाई गई,लेकिन जब घटना गोलीकांड से हुई और उसमें लोग घायल हुए तब पुलिस को पता चला, लेकिन पुलिस चौकी इंचार्ज अपने क्षेत्र की कोई जानकारी व कानून व्यवस्था व अपराध नियंत्रण में जानबूझकर इतने लापरवाही बरतने का कारण क्या है?यह अपने निजी लाभ व स्वार्थ के कारण विभाग की पद व शक्तियों का आये दिन दुरप्रयोग करते रहे हैं,जिस कारण अपराध व भ्र्ष्टाचार व अवैध वसूली व गैर कानूनी काले गोरख धंधे व घटनाओं को अंजाम दिया जाता हैं, लीपापोती ,रफा दफा व सुलह कराने के लिए इतनी दिलचस्पी ले कर घटना को क्यों बदलने के लिए प्रयास किए जा रहे थे, इससे स्पष्ट प्रतीत होता है कि दोषी अभियुक्तों से शिवशंकर सिंह की कोई डील हुई थी, उपरोक्त मामले में ग्रामीणों का व बारात में आये हुए लोगों की पुलिस दरोगा की मनमानी कार्यवाही से व जबरन सुलह कराने से नाराजगी है,ग्रामीणों में कुछ लोगों ने घटना को लेकर उच्च अधिकारी के द्वारा जाँच पड़ताल किये जाने की मांग की है जिससे घटना के पीछे जो भी कारण रहा है और गोली कांड क्यो हुआ? इसकी सच्चाई उजागर हो सके,फिलहाल ग्राम में कोई भी खराब माहौल अब वर्तमान देखने में नही आ रहा, पुलिस कार्यवाही व जाँच पड़ताल के बाद अन्य विस्तृत जानकारी प्राप्त हो पाएगी!