दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को दिल्ली विधानसभा में किसान नेताओं के साथ बैठक करेंगे। बैठक में कृषि कानूनों में खामियों और किसानों से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।
केजरीवाल ने चर्चा के के लिए सभी बड़े किसान नेताओं को कल दिल्ली विधानसभा में लंच पर आमंत्रित किया है। इस दौरान कैबिनेट मंत्रियों के साथ आम आदमी पार्टी के नेता भी मौजूद रहेंगे। केजरीवाल किसान आंदोलन के वक्त से ही किसानों के साथ मजबूती से खड़े हैं।
आम आदमी पार्टी ने शुरू से ही किसान आंदोलन के पक्ष के खड़े हैं। वह कई बार केंद्र सरकार से किसानों की मानने की अपील करते हुए इन कृषि कानूनों को रद्द करने मांग कर चुके हैं।
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध अब भी बरकरार है। कानूनों को रद्द कराने पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं। इसके लिए दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज 87वें दिन भी जारी है। इस बीच किसानों को मनाने के लिए अब तक केंद्र सरकार की ओर से की गईं सभी कोशिशें बेनतीजा रही हैं।
बता दें कि किसान हाल ही बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों – द प्रोड्यूसर्स ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) एक्ट, 2020, द फार्मर्स ( एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज एक्ट, 2020 और द एसेंशियल कमोडिटीज (एमेंडमेंट) एक्ट, 2020 का विरोध कर रहे हैं।
केन्द्र सरकार इन कानूनों को जहां कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।