पाकिस्तान की इमरान सरकार विपक्षी दलों के विरोध-प्रदर्शन से इस कदर डर गई है कि रैली को टालने के लिए आतंकवादी हमले होने की चेतावनी जारी कर गदी है। 11 विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) की लाहौर में 13 दिसंबर को रैली होने वाली है। इसे रोकने की मकसद से सरकार ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) आतंकी गतिविधि को अंजाम दे सकता है।
हालांकि पाकिस्तान की आतंकवाद रोधी निगरानी ने यह बताने में असमर्थता जताई है कि संभावित आतंकवादी हमला देश के किस हिस्से में हो सकता है। पाकिस्तान के एआरवाई न्यूज ने यह जानकारी दी है।
मिनार-ए-पाकिस्तान में आयोजित होने वाली पीडीएम की रैली को देखते हुए पाकिस्तान सरकार ने यह जरूर कहा है कि टीटीपी लाहौर और गठबंधन की गतिविधियों को निशाना बना सकता है। एआरवाई न्यूज़ के अनुसार, एनएसीटीए ने कहा है कि चूंकि इसकी पहले की आतंकवाद योजना को नाकाम कर दिया गया था, इसलिए निराश टीटीपी फिर कोशिश कर सकता है। साथ ही आंदोलनों के लिए फुलप्रूफ निगरानी के साथ सख्त सुरक्षा उपायों की सलाह दी गई है।
इससे पहले, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयास में सरकार विरोधी रैली को स्थगित करने के लिए पीडीएम से एक अपील की थी। विपक्षी दलों ने लाहौर में 13 दिसंबर की रैली आयोजित करने के अपने फैसले वापस लेने से इनकार कर दिया था।
जियो न्यूज ने बताया कि पिछले सप्ताह एक निजी समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में इमरान खान ने कहा था कि सरकार ने विपक्ष को सार्वजनिक सभा आयोजित करने की अनुमति नहीं देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा था कि हम सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेंगे। कुरसी वाले से लेकर साउंड सिस्टम हैंडलर्स तक को नहीं छोड़ेंगे, लेकिन उन्हें (विपक्षी नेताओं) को वहां जाने से नहीं रोकेंगे। आपको बता दें कि पीडीएम ने 16 अक्टूबर से पेशावर, गुजरांवाला, कराची, क्वेटा और मुल्तान में पांच समान रैलियां की हैं।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने गुरुवार को लाहौर के नागरिकों से अपील की कि वे आगामी 13 दिसंबर को विपक्ष के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की रैली में भाग लें। उन्होंने बताया कि यह समय आ गया है कि जनविरोधी सरकार से छुटकारा पाएं। उन्होंने कहा, “अब आपके लिए नवाज़ शरीफ़, मरयम नवाज़ और पीडीएम को अपना समर्थन देने का समय आ गया है। इस सरकार को अब चलाने की अनुमति नहीं दी जा सकती।