हार्दिक पांड्या और शिखर धवन की शानदार बैटिंग की वजह से भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में 6 विकेट से जीत दर्ज की। मैच समाप्त होने के बाद हार्दिक पांड्या ने कहा कि कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान उन्होंने जरूरत के समय मैच फिनिश करने में महारत हासिल करने पर काम किया। पांड्या ने दूसरे टी-20 मैच में 22 गेंद में 42 रन की आक्रामक पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की छह विकेट को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभायी। उनकी मदद से भारतीय टीम ने अंतिम ओवर में 14 रन बनाकर तीन मैचों की टी-20 श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है।
पांड्या ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘लॉकडाउन के दौरान मैं जरूरत के समय मैच फिनिश करने पर ध्यान लगाना चाहता था। यह मायने नहीं रखता कि मैं ज्यादा रन जुटाऊं या नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं कई दफा ऐसी स्थितियों में हो चुका हूं और मैंने अपनी गलतियों से सीख ली। मैं आत्मविश्वास के साथ खेलता हूं और इससे खुद को प्रेरित करता हूं और अति आत्मविश्वासी नहीं बनता।’ पांड्या ने कहा, ‘मैं हमेशा उस समय को याद रखता हूं जब हमने बड़े स्कोर का पीछा किया और इससे मदद मिलती है।’
मैन आफ द मैच पंड्या ने पदार्पण करने वाले तेज गेंदबाज डेनियल सैम्स पर दो छक्के जमाये जिससे भारत ने दो गेंद शेष रहते ही जीत हासिल कर ली। उन्होंने कहा, ‘मैच के दौरान वे क्या करते हैं, इस पर ध्यान देने के बजाय मैं क्या कर सकता हूं, इस पर ध्यान देता हूं। यह दो बड़े शॉट की बात थी और आज ऐसा हो गया। मैं हमेशा खुद पर भरोसा रखता हूं। यह ऐसे हालात हैं जिसमें मैं हमेशा खेला हूं। टीम को जिस चीज की भी जरूरत होती है, मैं हमेशा ऐसा करने की कोशिश करता हूं। यह बहुत सरल चीज है। मैं स्कोरबोर्ड को देखकर खेलना चाहता हूं ताकि मैं जान सकूं कि कौन से गेंदबाज को निशाना बनाया जाए।’