राजस्थान में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। इसी बीच सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर-जोधपुर की कोविड समीक्षा बैठक में बढ़ते आंकड़ों पर चिंता जाहिर की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना की चेन तोड़ना बेहद जरूरी है। यदि लोग नहीं मानते है तो दिन में भी कर्फ्यू लगाया जाएगा। ऐसे में यदि लोग मास्क नहीं पहनेंगे, भीड़ करेंगे या सोशल डिस्टेंस की पालना नहीं करेंगे तो दिन के कर्फ्यू का भी उन्हें सामना करना पड़ेगा। साथ ही सीएम ने हैल्थ प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों से सख्ती से निपटने की बात कही।
साथ ही सीएम गहलोत ने खांसी-जुकाम-बुखार के संदिग्ध लक्षणों वाले लोगों की अनिवार्य रूप से घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए। होम आईसोलेशन में रह रहे रोगियों तथा उनके सम्पर्क में आए परिजनों को क्वारेंटीन नियमों की पालना के लिए जिला कलेक्टर आदेश जारी कर पाबंद करने की बात भी वीसी के दौरान सीएम ने कही।
संदिग्ध रोगियों और उनके परिजनों की समझाइश तथा पड़ोसियों का सहयोग लेकर होम आईसोलेशन के नियम की पालना के लिए लोगों को जागरूक किया जाए। इस काम में इन्सीडेन्ट कमाण्डर, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, एनजीओ तथा जागरूक नागरिकों की वार्ड कमेटियां बनाकर उनका सहयोग लें। फिर भी यदि कोई उल्लंघन होता है तो महामारी अधिनियम तथा सम्बन्धित प्रावधानों के तहत कठोर कार्रवाई करें।
सीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोरोना जांचों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए. जांचें बढ़ने से एक बार तो पॉजिटिव मामलों की संख्या अधिक बढ़ सकती है, लेकिन इससे संक्रमण की चेन को तोड़ने में मदद मिलेगी. संक्रमित व्यक्तियों की पहचान के बाद उनका इलाज और उन्हें आइसोलेट कर ही संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है.