2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरे दमखम के साथ जुट गई है। तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार के सबसे बड़े आउटरीच कार्यक्रम का मुकाबला करने के लिए, बीजेपी ने एक कार्यक्रम की योजना बनाई है। इसके जरिए पार्टी एक करोड़ से अधिक परिवारों तक पहुंचेगी। इस दौरान बीजेपी ममता सरकार के कथित भ्रष्टाचार को भी उजागर करेगी।
बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने इस बारे में कहा, ‘ममता बनर्जी सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘दुआरे सरकार’ कार्यक्रम की तर्ज पर भाजपा कार्यकर्ता भी 5 दिसंबर को एक करोड़ से अधिक परिवारों तक पहुंचेंगे। इस कार्यक्रम का नाम ‘आर नोय अन्याय’ (अब और अन्याय नहीं) रखा गया है।’ उन्होंने कहा कि राज्य भर के भाजपा कार्यकर्ता, टीएमसी-सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए घरों का दौरा करेंगे और पत्रक वितरित करेंगे और कैसे लोगों को केंद्रीय योजनाओं जैसे किसान सम्मान निधि और आयुष्मान रोजगार योजना जैसी सुविधाओं से वंचित किया गया।
2021 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, ममता बनर्जी-सरकार ने अगले दो महीनों में लोगों से जुड़ने के लिए अपनी सबसे बड़ी आउटरीच कार्यक्रम शुरू की है। एक दिसंबर से 28 जनवरी के बीच राज्य के 344 ब्लॉकों में प्रत्येक गांव और नगर निकाय में कम से कम चार शिविर लगाए जाएंगे। अधिकारी लोगों को मनरेगा जॉब कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड, जाति प्रमाण पत्र और राशन कार्ड सहित विभिन्न सरकारी सुविधाओं का उपयोग करने में मदद करेंगे।
ममता सरकार में मंत्री और वरिष्ठ टीएमसी नेता सोभनदेब चटर्जी ने कहा, “यह किसी भी राज्य सरकार द्वारा किए गए सबसे बड़े आउटरीच कार्यक्रमों में से एक है। राज्य सरकार की सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए पहले ही 5.4 लाख लोग दो दिनों के भीतर शिविरों में आ चुके हैं। इसने बीजेपी को परेशान कर दिया है।”
बीजेपी नेताओं ने कहा कि ‘आर नोय अन्याय’ का यह दूसरा चरण है। पहला चरण इस साल के शुरू में ही लॉन्च किया गया था, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मार्च में बंगाल आए थे। भाजपा नेताओं ने पहले से ही इस अभियान को लेकर बैठकें शुरू कर दी हैं। 5 दिसंबर को भाजपा कार्यकर्ता पूरे राज्य में एक साथ दोपहर 12 बजे तक एक करोड़ घरों तक पहुंचेंगे।