कम्प्यूटर बाबा की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। पहले सनातन सुख फिर शासकीय सुख भोगने के बाद बाबा अब जेल से बाहर आने की जद्दोजहद में हैं। 8 नवम्बर से जेल में बंद बाबा की जेल से बाहर आने की सारी कोशिशें फिलहाल असफल होती दिख रहीं हैं।
10 दिन से जेल में बंद बाबा को 9 नवम्बर को अवैध ज़मीन पर आश्रम बनाने के मामले में जमानत मिल गई है लेकिन इसी दौरान उन पर शासकीय कार्य में बाधा और व्यवदान उतपन्न करने आदि 3 मामलों में केस दर्ज कर जेल में ही रखा गया। इन सब मामलों के खिलाफ बाबा ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी है। जिस पर रविवार को सुनवाई हुई।
सरकारी वकील ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अभी सभी प्रकरणों की जांच की जा रही है और बाबा को ज़मानत मिल जाने से इन जांच पर असर पड़ेगा। उसके बाद बाबा को 28 नवम्बर तक के लिए ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है। बाबा के साथ उनके 7 सहयोगियों को भी कोर्ट ने जेल में भेज दिया है, जिनमें रामचरण दास, मोनू पंडित, संदीप द्विवेदी आदि प्रमुख हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को कम्प्यूटर बाबा की रिमांड खत्म होने पर इंदौर के एरोड्रम थाने की पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया था। हमेशा मीडिया में सुर्खियां बटोरने वाले बाबा से जब इस दौरान मीडिया कर्मियो ने उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कुछ कहने से साफ मना कर दिया।