भारतीय जनता पार्टी मिशन पश्चिम बंगाल के लिए अपनी सबसे मजबूत टीम उतारने की तैयारी में है। राज्य में काम कर रही मौजूदा टीम के साथ देशभर के चुनावी दांव-पेच व रणनीति में माहिर बारह नेताओं को भी चुनाव तक बंगाल की विशेष जिम्मेदारी दी जा सकती है। ये नेता बंगाल के विभिन्न हिस्सों में काम करेंगे। इसके अलावा बिहार, झारखंड, असम व त्रिपुरा के नेताओं को भी यहां की रणनीति से जोड़ा जाएगा।
बिहार चुनाव के बाद भाजपा के लिए सबसे अहम मिशन पश्चिम बंगाल का है। गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी अध्यक्ष रहते हुए इसकी शुरुआत की थी और अब फिर से उन्होंने इसकी कमान संभाल ली है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की जगह शाह ने खुद बंगाल का दौरा कर वहां की टीम से चर्चा की है। भाजपा का मानना है कि पश्चिम बंगाल में दस साल पहले जिस तरह से ममता बनर्जी ने माकपा के शासन को उखाड़ फेंका था, अब वैसा ही माहौल है।
हालांकि, बंगाल की चुनावी सियासत बाकी राज्यों से काफी अलग है। भाजपा ने बीते सालों में इसका अनुभव बखूबी किया है। अब उसी हिसाब से भाजपा अपनी तैयारी भी कर रही है। सूत्रों के अनुसार भाजपा चुनावी दांव-पेच में माहिर विभिन्न राज्यों के चुनिंदा नेताओं की एक टीम तैयार कर रही है, जो ममता की रणनीति को उन्हीं के तौर-तरीकों से मात देगी। साथ ही, लोगों में बदलाव को लेकर विश्वास पैदा करेगी। पार्टी के एक प्रमुख नेता ने कहा कि हमारी तैयारी पूरी है और जल्दी ही बंगाल में यह दिखाई देगा।
सूत्रों के अनुसार इस टीम में बिहार, झारखंड, असम, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र के नेताओं को अहम जिम्मेदारी दी जाएगी। ये नेता चुनावों तक अपना अधिकांश समय बंगाल को देंगे। जनता तक पहुंच बनाने के लिए आधुनिक तकनीक व वर्चुअल माध्यम पर भी जोर दिया जाएगा, लेकिन जमीन पर भी भाजपा नेता पूरी तरह रहेंगे, ताकि डर के माहौल को कम किया जा सके। भाजपा कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को भी मजबूत किया जा रहा है।