बरेली से दिल्ली और लखनऊ के हवाई सफर का इंतजार खत्म होने जा रहा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने दिसंबर में बरेली से दिल्ली-लखनऊ का हवाई सफर शुरू कराने का ऐलान कर दिया। एयर इंडिया की अलायंस एयर का 72 सीटर एटीआर-72 विमान बरेली से उड़ान भरेगा। एएआई बरेली एयरपोर्ट के डायरेक्टर से पिछले सप्ताह तैयारियों को लेकर रिपोर्ट ले चुका है।बरेली एयरपोर्ट पिछले साल मार्च से उड़ान के लिए तैयार है। एयरलाइंस कंपनियों को लेकर खींचतान चल रही है। कई कंपनियां बरेली एयरपोर्ट का जायजा लेने के बाद वापस नहीं आईं।
अगस्त में केंद्र ने सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया की अलायंस एयर को बरेली से हवाई सफर की जिम्मेदारी दी। करीब दो महीने पहले अलायंस एयर के अधिकारियों ने बरेली एयर टर्मिनल का जायजा लिया। त्रिशूल के अधिकारियों के साथ मीटिंग के बाद उड़ान शुरू कराने पर सहमत हो गए। अलायंस एयर ने एएआई से उड़ान शुरू करने की अनुमति मांगी है। एटीआर-72 बरेली से हवाई सफर शुरू कराएगा। अधिकारियों के मुताबिक नवंबर में एटीआर-72 की ट्रायल लैंडिंग की जाएगी। अलायंस एयर ने दिल्ली के साथ-साथ लखनऊ के लिए भी फ्लाइट शुरू कराने की इजाजत मांगी है।
टर्बो एविएशन भी बरेली से लखनऊ के लिए हवाई सफर के लिए तैयार है। उसको सरकार पहले ही इजाजत दे चुकी है। हालांकि टर्बो एविएशन लगातार सुस्ती दिखा रहा है। अलायंस एयर को अनुमति मिलने के बाद टर्बो का पत्ता साफ होने की उम्मीद जताई जा रही है।
एयर टर्मिनल की फर्स्ट फेज की बिल्डिंग 19 महीने से तैयार है। पोर्टा केबिन और वेटिंग हॉल समेत सभी व्यवस्था काफी समय पहले ही कंप्लीट हो चुकीं हैं। टिकट काउंटर और वाहनों की पार्किंग का इंतजाम भी हो चुका है।
बरेली से उड़ान शुरू कराने के लिए अस्थाई बिल्डिंग पिछले साल मार्च में तैयार कर दी गई थी। उड़ान का इंतजार करते-करते एयरपोर्ट की सेकेंड फेज की बिल्डिंग भी तैयार होने की कगार पर पहुंच गई है। करीब 85 फीसदी काम पूरा हो गया है। पोर्टा केबिन में फिनिशिंग का काम बचा है। एएआई ने एयरपोर्ट में पौधरोपण का टेंडर भी जारी कर दिया है। दिसंबर तक हर हाल में बिल्डिंग को फाइनल करने की तैयारी है।
पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान उड़ान शुरू कराने की योजना थी। जेट को जिम्मेदारी दी गई थी। इसी बीच जेट की माली हालत खराब हो गई। उसने उड़ान से हाथ खींच लिए। उड़ान लेट होती चली गई। एएआई ने सेकेंड फेज के बिल्डिंग को तय समय में पूरा कराने का फैसला किया। एयर टर्मिनल में टैक्सी-वे और एप्रेन तैयार हो चुका है। पोर्टा केबिन से एप्रेन तक जाने वाली सड़क का निर्माण भी हो गया। सेकेंड फेज की बिल्डिंग में बड़ी में पार्किंग बनाई गई है। पोर्टा केबिन की फिनिशिंग का काम बाकी है। टाइल्स और फॉल सिलिंग का काम चल रहा है। सेकेंड फेज की बिल्डिंग तैयार होते ही पोर्टा केबिन शिफ्ट कर दिया जाएगा। अस्थाई बिल्डिंग का इस्तेमाल प्रशासनिक काम के लिए किया जाएगा।
एयरपोर्ट की फर्स्ट फेज की बिल्डिंग तैयार है। उड़ान शुरू कराने में कोई दिक्कत नहीं है। अलायंस एयर एएआई से उड़ान शुरू कराने के लिए अप्रूबल ले रही है। सेकेंड फेज की बिल्डिंग का काम करीब 85 फीसदी काम पूरा हो गया है। उम्मीद है सेकेंड फेज की बिल्डिंग दिसंबर तक पूरी हो जाएगी। राजीव कुलश्रेष्ठ, डायरेक्टर एयरपोर्ट