गुजरात के सूरत से मानवता को गौरवान्वित करने वाली एक खबर सामने आई है। यहां वेलंजा के रामवाटिका निवासी ब्रेन डेड पीयूष नारायण मांगुकिया के फेफड़े, किडनी, लीवर, पैंक्रियाज और आंखें परिजनों ने दान कर दी। इससे आठ लोगों को नया जीवन मिला। राज्य में पहली बार है कि किसी एक व्यक्ति के इतने अंग एक साथ दान किए गए हों।
पीयूष रामकृष्ण एक्सपोर्ट में रत्न कलाकार थे। काम से छूटने के बाद अमरोली चारभुजा आर्केड एंड रेसिडेंसी में अपने ससुराल में बीमार पत्नी से मिलने गए थे। वहां से रात 10 बजे लौट रहे थे। तभी सायण रोड चेक पोस्ट के पास बाइक फिसलने से गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें स्मीमेर अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में उन्हें आयुष अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां न्यूरो सर्जन डॉ. हमसमुख सोजित्रा ने ब्रेन में जमा रक्त का इलाज किया। 28 अक्टूबर को डॉ. सोजित्रा की टीम ने पियूष को ब्रेन डेड घोषित कर दिया।
डोनेट लाइफ संस्था ने पियूष के पिता नारायण भाई व अन्य सदस्यों को अंगदान के लिए राजी किया। अहमदाबाद के सिम्स अस्पताल में पियूष का हृदय बोरसद (आणंद) के 39 वर्षीय व्यक्ति में ट्रांसप्लांट किया गया। फेफड़े मुंबई की एचएन रिलायंस अस्पताल में 44 साल के व्यक्ति को ट्रांसप्लांट किए गए। दो किडनी, लीवर और पैंक्रियाज अहमदाबाद के आईकेडीआरसी में चार अलग-अलग मरीजों को ट्रांसप्लांट किए गए। आंखें लोकदृष्ट चक्षु बैंक को दान की गई।