मध्य प्रदेश के जबलपुर में पुलिस की संवेदनहीनता का एक मामला सामने आया है। यहां के गढ़ा थाने में गंभीर रूप से घायल एक युवक को रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस ने घंटों खड़ा रखा। इस दौरान युवक दर्द से कराहता रहा, लेकिन पुलिस उसका इलाज कराने की बजाय रिपोर्ट लिखने के नाम पर थाने में खड़ा करवाए रखा।
जानकारी के अनुसार, युवक को चाकू मारा गया था और वह पीठ में घुसे चाकू सहित ही थाने पहुंच गया। इतना गंभीर मामला होने के बाद भी पुलिस ने पहले उसे अस्पताल में भर्ती नहीं कराया, बल्कि रिपोर्ट दर्ज करने में लगी रही। मामला सामने आने के बाद लोग पुलिस के इस व्यवहार की निंदा कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि ऐसी स्थिति में पुलिस को पहले घायल युवक को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए था। रिपोर्ट तो अस्पताल में भी लिखी जा सकती थी। घायल युवक का नाम सोनू है। उसका घर के पास ही शराब पीने वाले युवक गोलू से विवाद चल रहा था। शुक्रवार देर रात अपने घर के बाहर टहल रहे सोनू पर आरोपी गोलू ने अपने साथियों के साथ मिलकर चाकू से हमला कर दिया।
चाकू सोनू की पीठ में जा घुसा। शोर सुनकर सोनू के परिजन और मोहल्ले के अन्य लोग इकट्ठा हो गए, जिसके बाद आरोपी वहां से भाग गए। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।