पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकतांत्रिक जनता दल के प्रमुख शरद यादव की बेटी सुभाषिनी राज राव और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के महासचिव काली प्रसाद पांडे बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। पांडे पहले ही बिहार के कुचायकोट निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं, जबकि सुभाषिनी राव को राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी द्वारा मैदान में उतारने की उम्मीद है।
बिहार कांग्रेस के प्रमुख मदन मोहन झा ने दोनों का स्वागत करते हुए कहा कि पार्टी में दोनों के शामिल होने की वजह से महागठबंधन राज्य में और मजबूत होगा। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए, सुभाषिनी राव ने कहा कि उनके पिता अपनी बीमारी के कारण बिहार में चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं ले पाए हैं।
वहीं, टिकट बंटवारे में अनियमितताओं की रिपोर्ट के बीच, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) शेष 49 सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए बैठक करेगी। कांग्रेस ने 28 अक्टूबर को पहले चरण के चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। चुनाव के दूसरे और तीसरे चरण क्रमश: 3 और 7 नवंबर को होंगे। नतीजे 10 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) 144 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि कांग्रेस 70 सीटों पर। इसके अलावा, वाम दल 29 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पहले चरण के लिए 23 या 24 अक्टूबर को एक वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे।
मालूम हो कि शरद यादव अपनी पार्टी गठित करने से पहले जेडीयू में थे और उन्होंने पार्टी का अध्यक्ष रहने के साथ कई वर्षों तक राजग के संयोजक की भूमिका भी निभाई। वर्ष 2017 में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण शरद यादव को जेडीयू से निकाल दिया गया था। इसके बाद उन्होंने लोकतांत्रिक जनता दल का गठन किया। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में वह महागठबंधन का हिस्सा थे और इसी के बैनर तले मधेपुरा से चुनाव भी लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।