हाथरस कांड : यूपी पुलिस से धक्का-मुक्की के बाद राहुल-प्रियंका करेंगे पीड़िता के घर जाने की कोशिश

उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती से गैंगरेप और मौत मामले में हंगामा जारी है। इस बीच बड़ी खबर है कि राहुल गांधी एक बार फिर से हाथरस जाने का प्रयास करेंगे। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात करेगा। बता दें कि दो दिन पहले भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस जाने की कोशिश की थी, मगर रास्ते में उन्हें रोक दिया गया और पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस दौरान पुलिस और राहुल गांधी के बीच धक्का-मुक्की भी हुई थी, जिसके बाद राहुल जमीन पर गिर गए थे।

माना जा रहा है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ आज फिर हाथरस रवाना हो सकते हैं।  उनके साथ कांग्रेस सांसदों का एक  प्रतिनिधिमंडल भी होगा, जो पीड़िता के परिवार से मुलाकात कर उनका दर्द जानेगा। फिलहाल, हाथरस की सीमाएं सील हैं और पीड़िता के गांव में पुलिस की सख्त पहरेदारी है। हाथरस की सीमाएं पूरी तरह सील हैं और गांव के दो किलोमीटर बाहर ही बैरिकेडिंग की गई है।

शनिवार सुबह राहुल गांधी ने ट्वीट कर एक बार फिर से योगी सरकार को घेरने की कोशिश की है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ यूपी सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं। किसी भी हिन्दुस्तानी को ये स्वीकार नहीं करना चाहिए।’

वहीं, यूपी पुलिस पर आरोप है कि उसने पीड़ित परिवार को एक तरह से घर में कैद कर रखा है। पुलिस ने परिवार के लोगों के फोन जब्त कर लिया है और उन्हें मीडिया से बातचीत करने से भी रोक रही है। इतना ही नहीं, आरोप यह भी है कि पुलिस टॉयलेट के बाहर भी पहरेदारी कर रही है, जिससे परिवार की महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। परिवार के एक बच्चे ने किसी तरह मीडिया के पास पहुंचकर ये बातें बताई हैं। उसका आरोप है कि पुलिस ने पीड़िता के पिता को पीटा भी है। 

इससे पहले हाथरस कांड के विरोध में गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत हजारों कांग्रेसियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। हालांकि, दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को गुरुवार को उस समय हिरासत में ले लिया गया, जब दोनों दलित युवती के परिवार से मुलाकात के लिए हाथरस जाने पर अड़े हुए थे। बता दें कि आनन-फानन में इस युवती के शव का अंतिम संस्कार किये जाने की देशभर में निंदा की गई।

हाथरस जाने की जिद पर अड़े राहुल गांधी, प्रियंका और अन्य 150 नेताओं को निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर हिरासत में लिया गया था लेकिन निजी मुचलका जमा करने पर उन्हें छोड़ दिया गया। उस दिन यमुना एक्सप्रेसवे पर बहुत विचित्र स्थिति उत्पन्न हो गई थी। राहुल गांधी को रोकने के लिए पुलिस ने उनके साथ कथित रूप से धक्का-मुक्की की, जिस कारण वह जमीन पर गिर गए। हाथरस कांड को लेकर जगह जगह प्रदर्शन हुए। इसके अलावा, गोतम बुद्ध नगर में राहुल गांधी समेत करीब डेढ़ सौ से अधिक कांग्रेसियों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इधर उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि यह युवती बलात्कार की पीड़िता नहीं थी।

गौरतलब है कि पिछले 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था। लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर देश भर में जगह-जगह प्रदर्शन किये गये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन कर इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने को कहा था। राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिये बुधवार को तीन सदस्यीय विशेष जांच दल गठित किया है। इसे सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है।

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