कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को बिहार के चंपारण की धरती से चुनावी शंखनाद किया। कहा कि जानबूझकर भय का माहौल बनाया जा रहा है। कुछ लोग भय, भ्रम और भावना का व्यापार कर सरकार चला रहे हैं। लोग सावधान रहें और सही फैसला लें।
कांग्रेस की हर नीति में जनता की भागीदारी होती थी। आज चंद लोगों के लाभ के लिए नीतियां बनाई जा रही हैं। कांग्रेस ने वंचित समाज, दलितों, महिलाओं, युवाओं और किसानों को मजबूत बनाने को जितने भी कानून बनाए, उन्हें कमजोर किया जा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष शुक्रवार को चंपारण में आयोजित गांधी चेतना रैली को संबोधित कर रही थीं। इस वर्चुअल कार्यक्रम में उन्होंने चंपारण में बनी महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया और वहां उपस्थित लोगों के साथ पटना में पार्टी के जुड़ने वाले अनुसूचित जाति के लोगों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मनरेगा के साथ सूचना का अधिकार कानून बनाया। अगर मनरेगा नहीं होता तो कोरोना काल में कितने गरीब भूखमरी के शिकार हो जाते। सूचना के अधिकार को इतना कमजोर कर दिया गया कि आप सवाल पूछते रह जाएंगे, जवाब नहीं मिलेगा। रोजगार देने वाली संस्थाओं का निजीकरण हो रहा है।
चंपारण में आयोजित गांधी चेतना रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि करोड़ों लोगों का रोजगार छिन गया। किसानों की हालत किसी से छुपी नहीं है। महात्मा गांधी के विकास का मतलब था कि उसका लाभ कतार में अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।
चंपारण में नील की खेती का उन्होंने विरोध इसलिए किया कि उससे चंद लोग मालामाल हो रहे थे। किसान बदहाल हो रहे थे। आज जो भी हो रहा है उससे किसान व आम जनता परेशान होती है और चंद लोग लाभ लेते हैं। सच्चाई को कांग्रेस ने अपनी कार्यशैली में अपनाया है। आज जो लोग महात्मा गांधी का नाम लेते हैं वही अपने कार्यों से उनके वसूलों को चूर कर दे रहे हैं। बस, अब बहुत हो गया। हम गांधी के सपने के विकास के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
पटना से रैली में जुड़े बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने सोनिया गांधी का स्वागत किया। प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश सिंह, विधायक दल के नेता सदानंद सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. अशोक राम, कौकब कादरी, श्याम सुन्दर सिंह धीरज और समीर सिंह भी सदाकत आश्रम से कार्यक्रम में जुड़े थे।