बिहार में कोरोना के संक्रमण का रिकॉर्ड सोमवार को टूट गया। 24 घंटे में कुल 69 मामले सामने आए हैं। मधुबनी में पहली बार पांच संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा दरभंगा और पूर्णिया में भी एक-एक पॉजिटिव पाए गए हैं। यह तीनों जिले अब तक संक्रमण से अछूते थे। सोमवार को मुंगेर में सबसे अधिक 22 और रोहतास में 16 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। औरंगाबाद में पांच और भोजपुर में सात नए मामले सामने आए हैं। सोमवार को संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी देख स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित जिलों में संक्रमण के चेन की पड़ताल के साथ नेटवर्क को तोड़ने को लेकर गाइडलाइन जारी की है।
दो साल का मासूम भी निकला पॉजिटिव
आईजीआईएमएस में एक दो साल के बच्चे में कोरोना का संक्रमण पाया गया है। नौबतपुर के मासूम की आंखों में समस्या थी। पहले बिहटा में इलाज कराया गया, बिहटा में ही बड़े मेडिकल संस्थान में उपचार के बाद उसे पटना एम्स रेफर कर दिया गया। एम्स से उसे आईजीआईएमएस रेफर कर दिया गया। परिजनों ने बच्चे को आईजीआईएमएस में भर्ती कर दिया। डॉक्टरों ने सलाह दी कि बच्चे की आंखें निकालनी पड़ेंगी। ऑपरेशन के पूर्व जांच में कोविड-19 की जांच कराई गई। बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। प्रशासन ने बिहटा के अस्पताल के साथ उसके घर व ननिहाल को सील कर दिया है। मासमू के संपर्क में आने वालों की तलाश की जा रही है।
पटना के कई और इलाके किए गए सील
न्यू पाटलिपुत्रा में रहने वाले युवक में संक्रमण पाए जाने के बाद इलाके को सील कर दिया गया है। युवक दिल्ली के एक निजी कॉलेज में पढ़ाई करता है। लॉक डाउन के पहले वह ट्रेन से पटना आया था। इसके अलावा एयरपोर्ट के सफाईकर्मी जिन इलाकों में रहते हैं, उन्हें भी सील कर दिया गया है। अब पटना में राजा बाजार, मछली गली, डाक बंगला, खाजपुरा, पटेल नगर, जगदेव पथ इलाका पूरी तरह से सील है। फुलवारी और नौबतपुर में भी संक्रमित के मोहल्ले को सील कर दिया गया है। प्रशासन ने इन इलाकों को संवेदनशील घोषित कर दिया है।