लखनऊ 27अप्रैल।राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्र नाथ त्रिवेदी ने केन्द्र सरकार से प्रदेश एवं देश के मध्यम श्रेणी के व्यापारी एवं रोजगार प्रदाताओं के लिए आर्थिक सहायता की माँग करते हुए कहा है कि जिन व्यापारी भाइयों का वार्षिक लेखा जोखा 50 लाख से लेकर एक करोड़ तक है और उनके यहाँ एक से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे हैं, उनके कर्मचारियों के लाक डाउन अवधि के वेतन की धनराशि में सरकारें आर्थिक सहायता प्रदान करें ।इस वर्ग के व्यापारियों की बचत केवल अपने व्यापार और परिवार के पालन पोषण के लिए सन्तोषजनक होती है।इस अप्रत्याशित महामारी के लाक डाउन ने इनकी व्यवस्था भी डगमगा गई है। श्री त्रिवेदी ने बताया कि कपडा़ और किराना व्यापारियों के साथ साथ कोचिंग संचालक, केबिल आपरेटर, स्टूडियो और होटल तथा रेस्टोरेंट के व्यवसायी आदि ऐसे ही वर्ग में आते हैं जिनका वार्षिक टर्नओवर 50 लाख से एक करोड़ तक होता है।उन्होंने यह भी कहा कि जब समय समय पर केन्द्र सरकार द्वारा कारपोरेट घरानों को आर्थिक सहायता दी जा सकती है तो फिर इन मध्यम वर्गीय व्यापारियों को भी केन्द्र और प्रदेश सरकार से सहायता की माँग करना स्वाभाविक है। रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने दोनों ही सरकारों से अपील करते हुए कहा है कि यह सभी मध्यम श्रेणी के व्यापारी भी उसी प्रकार से सहायता के अधिकारी हैं जिस प्रकार उच्च वर्ग के उद्योगपति समय समय पर सहायता प्राप्त करते रहे हैं।यह वर्ग भी अपनी आय और टर्नओवर के अनुसार सरकारों को आयकर तथा जी.एस.टी.का भुगतान करता है।