मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में 200 बेड का फर्जी अस्पताल दिखाते हुए भोपाल की एक संस्था को नर्सिंग कॉलेज की मान्यता दिलाने को लेकर कार्रवाई की गई। अस्पताल संचालक सहित, चार डॉक्टरों पर खिलचीपुर थाने में केस दर्ज कराई गई है।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ में कागजो में बने एक फर्जी 200 बेड के अस्पताल का मामला सामने आया है, जिसके बाद राजगढ़ जिला स्वास्थ्य अधिकारी अस्पताल संचालक सहित, चार डॉक्टरों पर खिलचीपुर थाने में केस दर्ज कराया गया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी अस्पताल संचालक को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं चारों डॉक्टर फरार हैं. जिनकी तलाश की जा रही है।
राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में 200 बेड का फर्जी अस्पताल दिखाते हुए भोपाल की एक संस्था को नर्सिंग कॉलेज की मान्यता दिलाने को लेकर कार्रवाई की गई। इस मामले में राजगढ़ जिला अस्पताल के तत्कालीन CMHO के.के श्रीवास्तव सहित अन्य चिकित्सकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं इस पूरे फर्जीवाड़े की कूटरचित रचना वाले श्री साईनाथ हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर एवं मां जालपा बीएससी नर्सिंग कॉलेज के संचालक अशोक कुमार नागर के खिलाफ भी मामला दर्ज करते हुए उनको भी गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल चिकित्सकों में से अभी किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
दरअसल, करीब छह माह पहले राजगढ़ जिले के खिलचीपुर शहर में एक 200 बेड से सुसज्जित अस्पताल दिखाते हुए अशोक कुमार नागर ने शासन से बीएससी नर्सिंग कॉलेज की अनुमति मांगी। मौके पर अस्पताल नहीं होने के बाद भी वहां अस्पताल बताया गया, जिसको देखते हुए अनुमति जारी भी हो गई थी। पर, जब पता लगा कि ऐसा कोई अस्पताल खिलचीपुर में संचालित नहीं हो रहा है।
तब यह अनुमति निरस्त भी कर दी गई। मामले में ख़िलचीपुर के पूर्व बीजेपी विधायक हजारी लाल दांगी ने इस फर्जी अस्पताल की शिकायत कलेक्टर से की, जिसके बाद जांच के निर्देश हुए। कलेक्टर के निर्देशों पर इस पूरी जांच में अशोक कुमार नागर को यह फर्जी तरीके से नर्सिंग कॉलेज की मान्यता दिलाने में जिले के कुछ चिकित्सक भी मिले हुए पाए गए।
यही कारण है कि तत्कालीन जिला अस्पताल राजगढ़ के सीएमएचओ के.के. श्रीवास्तव और डीएचयू राजगढ़, खिलचीपुर स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ आर.के. पुष्पक व डॉक्टर आर.के. वर्मा के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। वहीं मामला उजागर होने के बाद कलेक्टर के निर्देशों पर श्री साईनाथ हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर मां जालपा बीएससी नर्सिंग कॉलेज के संचालक अशोक कुमार नागर और अन्य चिकित्सकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।