वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण का देशभर में तेजी से विस्फोट हो रहा है। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण बेलगाम हो चुका है। जहां देशभर में लॉकडाउन में छूट बढ़ रही है। वहीं मध्यप्रदेश की राजधानी सहित कई जिलों में एक बार फिर से कोरोना विस्फोट के कारण लॉकडाउन लागू किया गया है।
वहीं राज्य सरकार के जेल एवं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा कोरोना की परवाह किए बिना भीड़ में भी बिना मास्क के पहुंच रहे थे। चाहे वो अपने विधानसभा क्षेत्र दतिया के दौरे पर हों या राजधानी भोपाल में रहते हों, कभी मास्क नहीं लगाते थे। जबकि सरकार ने मास्क न लगाने वालों पर सख्ती बरतने के निर्देश दे रखे थे। जबकि मध्यप्रदेश में आम आदमी ही नहीं बल्कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई राजनेता कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।
नरोत्तम मिश्रा के मास्क नहीं लगाने का मामला तूल पकड़ने लगा तो कांग्रेस ने प्रदेशभर में इसका विरोध शुरू कर दिया। कांग्रेस ने नरोत्तम मिश्रा का ही नहीं बल्कि बयानबाजी कर पूरी सरकार को हमला बोल दिया। आखिरकार नरोत्तम मिश्रा ने मुंह पर मास्क लगाना शुरू कर दिया है। हालांकि मिश्रा मास्क न लगाने के पीछे वो अपने कई तर्क जरूर देते रहे कि माइक पर बोलने में मास्क की वजह से दिक्कत होती है। आवाज साफ नहीं पहुंचती इसलिए मास्क नहीं लगाते थे।
अपने दौरों मुलाकातों और मीडिया के सामने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान जेल और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा बिना मास्क के दिखाई देते थे। जबकि गृह मंत्री द्वारा आम आदमी पर बिना मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर भारी जुर्माने का प्रावधान किया हुआ था। अपने इस दौहरे व्यवहार से नरोत्तम मिश्रा विपक्ष के निशाने पर आ गए थे। कांग्रेस ने गृह मंत्री को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करने वाले को 11 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा तक कर दी थी।
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी नरेंद्र सलूजा ने कहा था कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। प्रदेश के सीएम और कई मंत्री भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। ऐसी स्थिति में गृह मंत्री बिना मास्क के घूम रहे हैं। इसलिए जो भी व्यक्ति नरोत्तम मिश्र को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करेगा उसको 11 हजार रुपए का नगद इनाम दिया जाएगा।