एजेंसी,न्यूयॉर्क
- Last updated: Sat, 25 Apr 2020
आंखों का गुलाबी होना कोरोना संक्रमण का शुरुआती संकेत हो सकता है। साथ ही इसका वायरस 21 दिन तक आंखों में भीतर टिका रह सकता है। इटली के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर इन्फेक्शियस डिजीज के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन के बाद यह बात कही है।
उन्होंने 65 साल की एक बुजुर्ग महिला में पहली बार संक्रमण विकसित होने के 21 दिनों तक उनकी आंखों में कोरोना वायरस पाया। अब तक दुनियाभर से कई कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की आंखें गुलाबी होने की रिपोर्ट सामने आई हैं। लेकिन ऐसे लक्षण वाले रोगियों की संख्या काफी कम है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि आंखों से निकलने वाले आंसुओं से भी संक्रमण फैल सकता है। हालांकि कोरोना वायरस मुख्य रूप से खांसने और छींकने पर निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है। आंखों का लाल या गुलाबी होना कई वायरस या बैक्टीरिया के कारण हो सकता है।
वहीं, न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार चीन के एक हजार कोरोना पीड़ितों में से सिर्फ नौ लोगों को नेत्र संक्रमण हुआ था। एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में 30 मरीजों में से केवल एक में कंजक्टिवाइटिस का मामला देखा गया। आंखों का संक्रमण निश्चित रूप से लगातार बना रह सकता है।