उर्सला में डायलिसिस करानेवाले 42 रोगियों की कोरोना की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। 10 मरीज डायलिसिस कराने नहीं पहुंच पा रहे हैं।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी गुर्दा रोगियों को कोरोना की जांच कराना अनिवार्य कर दिया गया है। उर्सला अस्पताल के सेंटर के प्रभारी आशीष द्विवेदी के मुताबिक, कई अस्पतालों में संक्रमित मरीजों के पहुंचने से उपजे हालात को देखते हुए मरीज और पैरामेडिकल मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए कोरोना जांच जरूरी कर दी गई। सेंटर की ओर से मदद की गई और 42 गुर्दा रोगियों की जांच पूरी हो गई। अब सभी नियमित डायलिसिस करा रहे हैं। आशीष द्विवेदी ने बताया कि मरीजों को सेंटर पर आने में भारी दुश्वारी झेलनी पड़ती है। डायलिसिस का पर्चा दिखाने के बाद भी पुलिस रोकती है। कई मरीज समय पर डायलिसिस के लिए नहीं पहुंच पा रहे हैं। कई दूसरे जिलों के भी हैं। प्रशासनिक स्तर पर मरीजों को सहयोग मिलना चाहिए। इसके लिए अस्पताल की ओर से अनुरोध भेजा जाएगा।
उर्सला में सीटी स्कैन, एमआरआई शुरू
उर्सला अस्पताल में सीटी स्कैन और एमआरआई की सुविधा शुरू कर दी गई है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शैलेन्द्र तिवारी के मुताबिक, जो मरीज अस्पताल में पहले से भर्ती हैं, उनकी जांच बगैर कोरोना जांच के हो जाएगी। मगर जो लोग अति गम्म्भीर हालत में किसी अन्य बीमारी से पीड़ित होकर आए हैं, उनके लिए कोरोना जांच जरूरी है।