राजधानी लखनऊ के उम्दा गजल गायकों में एक कुलतार सिंह हारमोनियम पर माइनर स्केल पर कुछ लाइनें गुनगुनाते हैं। फिर उन्होंने स्केल को थोड़ा बढ़ाया तो एक नयी चीज निकल कर सामने आई। यह एक नया फ्यूजन था। जो सुनने में तो अच्छा था ही साथ ही बिल्कुल अलग भी। ऐसे ही इण्डियन आइडल फेम गायक कुलदीप सिंह चौहान बेटियों के हौसले पर एक तेज स्केल पर गीत तैयार कर रहे हैं ‘कमाल को छोरी…धमाल की छोरी….।’
राजधानी के तमाम गायक, संगीतकार और विभिन्न वाद्ययंत्रों के कलाकार लॉकडाउन का बेहतरीन सदुपयोग कर रहे हैं। कोई नई धुनें गढ़ रहा है तो कोई नया स्केल तैयार कर रहा है। सभी पारम्परिक गीतों के अलावा कुछ नया कर रहे हैं। कुलदीप सिंह चौहान तो विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर गीत तैयार कर रहे हैं। उन्होंने गोमती की दशा और उसके स्वच्छ होने की उम्मीद पर एक नया गीत रच डाला है।
कुलतार सिंह ने बताया कि लॉकडाउन उनके लिए वरदान बनकर आया है। आम दिनों में इतने ज्यादा कार्यक्रम होते थे कि कुछ नया करने का समय नहीं मिलता था। अब घर पर हैं जमकर रियाज हो रही है…नए प्रयोग हो रहे हैं और आराम भी खूब हो रहा है।
जानी मानी गायिका नेहा कक्कड़ के साथ ऑनलाइन गीत गाने के उत्साहित भजन गायिका अंशुप्रिया इस लॉकडाउन का पूरा फायदा उठा रही हैं। वह घर में सुबह शाम खूब रियाज कर रही हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान कुछ नए भजन लिखे हैं और उन्हें स्वरबद्ध भी किया है।
आकाशवाणी के ग्रेड-1 आर्टिस्ट केवल श्रीवास्तव इन दिनों बच्चों को ऑनलाइन गायन भी सिखा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बच्चे खूब मन लगाकर सीख रहे हैं।
कुलतार सिंह और कुलदीप सिंह चौहान ने बताया कि स्थिति सामान्य होते ही वे एक सामूहिक कार्यक्रम आयोजित करेंगे। उसमें ये नए प्रयोग लोगों के सामने लाए जाएंगे।