दुनियाभर में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच भारत के लिए भयभीत करने वाली स्टडी सामने आई है। कोरोना वायरस से संबंधित स्टडी में कहा गया है कि सर्दी में देश में कोरोना के मामलों में तेजी आ सकती है। इसके अलावा एक नवंबर तक देश में कोरोना के एक करोड़ से ज्यादा केस हो सकते हैं। वहीं, मृतकों का आंकड़ा पांच लाख तक पहुंचने की आशंका है।
आईआईटी भुवनेश्वर और एम्स भुवनेश्वर की संयुक्त स्टडी में कहा गया, ‘सर्दियों की शुरुआत से भारत के कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा सकती है।’ स्टडी के अनुसार, तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के बाद संक्रमण के मामलों में 0.99% की गिरावट आ सकती है। इसके अलावा मामलों के दोगुना होने का समय तकरीबन 1.13 दिन बढ़ सकता है। स्टडी में पाया गया है कि आर्द्रता में बढ़ोतरी से मामलों की संख्या में वृद्धि होती है, जबकि मामलों के दोगुना होने का समय लगभग 1.18 दिन घट जाता है। इससे मॉनसून में मामलों की तेजी की आशंका है और यह सर्दियों में भी तेजी से बढ़ सकता है।
वहीं, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी) की एक स्टडी आईआईटी एम्स की स्टडी को बल देती है। इस स्टडी में कोरोना के मामलों को लेकर कहा गया है कि एक सितंबर तक, देश में 35 लाख मामले हो जाएंगे। यह मौजूदा मामलों का साढ़े तीन गुना अधिक है। इस समय देश में रोजाना लगभग 30 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं। स्टडी के अनुसार, कुल संभावित मामलों में से 10 लाख केस एक्टिव केस होंगे, जबकि मरने वालों की संख्या 1.4 लाख हो सकती है।
स्टडी के अनुसार, भारत में एक नवंबर तक कोरोना वायरस के मामलों की संख्या एक करोड़ के पार जा सकती है। एक नवंबर को 1.2 करोड़ कुल मरीज और पांच लाख मौतें हो सकती हैं। वहीं, एक जनवरी तक मृतकों की संख्या बढ़कर 10 लाख हो सकती है। स्टडी के मुताबिक, एक जनवरी को, देश में कोरोना वायरस के मामले 2.9 करोड़ हो सकते हैं।
स्टडी में मार्च, 2021 तक पीक पर पहुंचने की भविष्यवाणी नहीं की गई है। कहा गया है कि उस समय देश में 6.2 करोड़ मामले होंगे, जिसमें से 82 लाख सक्रिय मामले होंगे। इसके अलावा तब तक 28 लाख मौतें हो चुकी होंगी। वहीं, स्टडी में कहा गया है कि सबसे बेहतर स्थिति में भी इस साल सितंबर तक, देश में 20 लाख कोरोना वायरस के मामले होंगे। इसके अलावा मृतकों का आंकड़ा 88 हजार पहुंच सकता है।