राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बचेगी या जाएगी, ये सवाल सभी के मन में है। लेकिन प्रदेश में सियासी उठापटक लगातार जारी है। गहलोत ने पायलट को अपने रास्ते से हटा दिया है। इसी कड़ी में बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ। सीपी जोशी ने सचिन पायलट के साथ 19 कांग्रेस विधायकों को नोटिस भेजकर 17 जुलाई तक जवाब देने को कहा है। ऐसे में पूरे मामले में अभी बीजेपी वेट एंड वॉच की स्थिति में है। बीजेपी विधायक और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इस मामले में जोशी की कार्रवाई पर दोहरे मापदंड का आरोप लगया है।
राठौड़ ने कहा कि बहुजन समाजपार्टी के छह विधायकों के कांग्रेस के शामिल होने का मामला स्पीकर के पास चार माह से पेंडिंग है। इस मामले में अब तक नोटिस तक जारी नहीं किया जा सके हैं। जबकि कांग्रेस के बागी विधायकों को 14 जुलाई को विधायक दल की मीटिंग में बुलाया गया। नहीं गए तो उसी दिन विधानसभा अध्यक्ष के यहां याचिका लग गई, 14 को ही उन्होंने नोटिस इश्यू कर दिया और कलेक्टर ने 14 जुलाई को ही नोटिस घरों पर चस्पा करवा दिए।
उन्होंने कहा कि आखिर इतनी जल्दबाजी दिखाकर विधानसभा अध्यक्ष दोहरे मानदंड क्यों अपना रहे हैं। दल-बदल कानून के तहत विधानसभा के बाहर व्हिप का कोई मतलब नहीं है। सदस्यता तभी जा सकती है जब सदन में व्हिप जारी किया गया हो और सदस्य ने उसका उल्लंघन किया हो।