कोरोना वायरस महामारी की वजह से अमेरिका में फंसे लोग वंदे भारत मिशन के तहत स्वदेश नहीं आ पाएंगे। अमेरिकी सरकार ने इस पर रोक लगा दी है। अमेरिका ने नियमों के उल्लंघन और अनुचित तरीको के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए यह कदम उठाया है। अमेरिकी विमानों को चाटर्ड फ्लाइट की मंजूरी नहीं दिए जाने की वजह से अमेरिका ने यह फैसला लिया है। वंदे भारत मिशन के जरिए विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाया जा रहा है।
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसपोर्टेशन ने (DOT) ने कहा है कि इंडो-यूएस रूट पर 22 जून से एयर इंडिया को चार्टर्ड फ्लाइट की इजाजत नहीं होगी। स्पेशल केस में DOT से इजाजत लेनी होगी।
DOT की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, ”हम यह कदम इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि भारत सरकार अमेरिकी विमानन कंपनियों को को लेकर भेदभाव किया है और अमेरिकी विमानों को भारत से या भारत के लिए सेवा देने से रोका है।”
कोरोना वायरस महामारी की वजह से भारत ने 25 मार्च को अंतरराष्ट्रीय विमानों को रद्द कर दिया था और अब तक इसे शुरू नहीं किया गया है। विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया के सहयोग से सरकार ने 6 मई को वंदे भारत मिशन की शुरुआत की थी। 18 मई से भारत-अमेरिकी रूट पर चार्टर्ड विमानों का परिचालन किया जा रहा है। भारत से अमेरिका जा रहे यात्री एयर इंडिया की वेबसाइट से टिकट खरीद सकते थे जबकि अमेरिका से भारत आने वाले यात्रियों को दूतावासों के जरिए टिकट दिया जा रहा था।
DOT ने कहा, ”26 मई को डेल्टा एयरलाइंस ने भारत के नागरिक विमानन मंत्रालय से एयर इंडिया की तरह चार्टर सेवा शुरू करने की मांग की थी। अभी तक डेल्टा को मंजूरी नहीं दी गई है।” DOT ने कहा कि एयर इंडिया ने अतिरिक्त विमानों के लिए 3 जून को एक शेड्यूल जारी किया, जिसके मुताबिक अमेरिका-भारत रूट पर 10 जून से 1 जुलाई के बीच 49 फेरे लगाए जाएंगे।